बाराबंकी में उज्ज्वला शिक्षा मिशन और औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना का शुभारंभ
- Post By Admin on Nov 12 2024
बाराबंकी : सोमवार को बाराबंकी जिले की विभिन्न पंचायतों में लघु उद्योग विकास परिषद द्वारा संचालित 'उज्ज्वला शिक्षा मिशन' और 'औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना' का उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एस. के. ठाकुर ने किया। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण बच्चों और महिलाओं को शिक्षा एवं स्वरोजगार के साधनों से सशक्त बनाना है, ताकि आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
श्री ठाकुर ने अपने संबोधन में बताया कि 'उज्ज्वला शिक्षा मिशन' के अंतर्गत पंचायत स्तर पर बच्चों को हर दिन दो घंटे की ट्यूशन सुविधा दी जाएगी। यह पहल ग्रामीण बच्चों के शैक्षिक स्तर को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों का शैक्षिक स्तर अन्य क्षेत्रों की तुलना में अक्सर पिछड़ा हुआ पाया जाता है। ऐसे में यह मिशन बच्चों के बुनियादी शिक्षा में सुधार लाने का प्रयास है, ताकि आगे चलकर ये बच्चे समाज में अपनी पहचान बना सकें।
'औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना' पर प्रकाश डालते हुए श्री ठाकुर ने बताया कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई और पेंटिंग जैसी कौशलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को न केवल आवश्यक उपकरण और कच्चा माल उपलब्ध कराया जाएगा, बल्कि उनकी बनाई गई वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री भी परिषद द्वारा प्रबंधित की जाएगी। इसके लिए ई-कॉमर्स साइट का सहारा लिया जाएगा, जिससे ग्रामीण महिलाओं को सीधे बाजार से जोड़ा जा सकेगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के सपने को साकार करना है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में परिषद 15 नई योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाएगी, जिनसे ग्रामीण क्षेत्र के लोग अधिकाधिक लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा, “हम हर हाथ को काम और हर घर को रोजगार देने का प्रयास कर रहे हैं। परिषद इस लक्ष्य को पाने के लिए लगातार नई योजनाओं का संचालन करेगी और समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।”
अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के क्षेत्रों में ठोस प्रयास किए जाने चाहिए। श्री ठाकुर ने कहा कि गांव का विकास केवल तभी संभव है, जब वहां के लोग आत्मनिर्भर और सशक्त बनें। उन्होंने ग्रामीण जनता से अपील की कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं।
इस अवसर पर परिषद की प्रोजेक्ट हेड पूजा वर्मा, जिला निर्देशक विवेक कुमार, सहायक जिला निर्देशक विपिन जी, जिला प्रवेशिका यशी जायसवाल, जिला निर्देशक अमित जी, प्रखंड निर्देशक आलम जी समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर ग्रामीणों को इन योजनाओं के लाभों की जानकारी दी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।