राष्ट्रभक्त पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के पुण्य तिथि पर पौधारोपण

  • Post By Admin on Feb 11 2024
राष्ट्रभक्त पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के पुण्य तिथि पर पौधारोपण

लखीसराय : राष्ट्रभक्त पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के पुण्य तिथि पर रविवार को पर्यावरण भारती संस्था द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शांडिल्य ने कहा कि पर्यावरण असंतुलन का कारण जंगलों की अंधाधुंध कटाई है। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव का ही परिणाम है कि इंडोनेशिया में भारी वर्षा से भीषण बाढ़ आ गई है। मानव जीवन संकट में है। टर्की में बर्फबारी से सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ जाने से आवागमन प्रभावित हुआ है। भारत के कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए संसार में वृक्षारोपण अभियान चलाना आवश्यक है। दूसरा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का स्मरण करते हुए श्री शांडिल्य ने कहा कि 11 फरवरी 1968 को  महान सपूत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का आकस्मिक मौत मुगलसराय के निकट रेलवे परिसर में लखनऊ से पटना आने के दरम्यान हुआ था। वे वाराणसी तक रेल डिब्बे में स्वस्थ देखे गए। उसके बाद वे मृत पाए गए। वे 1968 में राजनीतिक दल भारतीय जनसंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष थे। ऐसा अनुमान है कि उनकी हत्या राजनीतिक कारण हो सकता था। इससे पहले प्रथम अध्यक्ष स्व. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु श्रीनगर जेल में राजनीति के कारण हुआ था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। उनका चिंतन था कि भारत के विकास हेतु सबसे नीचे पायदान पर बैठे मानव का विकास आवश्यक है। वे भारत के महान चिंतक, राष्ट्रभक्त, विचारक एवं दार्शनिक थे। ऐसे महानुभाव के पुण्य स्मरण में पौधारोपण पुनीत कार्य है।

पर्यावरण भारती के पौधारोपण में राम बिलास शांडिल्य, दयानंद महतो, सागर महतो, अक्षत राज, दीपक कुमार, शिक्षक अरविंद कुमार, रघुवंश प्रसाद, आशीष कुमार, मनीष कुमार, आयूष कुमार इत्यादि ने भाग लिया।