ढ़ांढण वाली दादी जी का रजत रथ कल पहुंचेगा मुजफ्फरपुर
- Post By Admin on Dec 16 2024

मुजफ्फरपुर : टीडा गैला (ढ़ांढण वाली) दादी के अखिल भारतीय रजत जयंती महोत्सव का आयोजन बीते 11 दिसंबर से शुरू हो चुकी है। इस 47 दिवसीय यात्रा की शुरुआत ढ़ांढण स्थित दादी के मंदिर से हुई। जहां से दादीजी रजत रथ पर सवार होकर देशभर में भ्रमण के लिए निकलीं। यह यात्रा खासकर टीडा गैला परिवार के भक्तों को आशीर्वाद देने और उन्हें मां के आशीर्वाद से समृद्ध करने के उद्देश्य से आयोजित हुई है।
दादी जी का रजत रथ जयपुर में विशेष रूप से तैयार हुई। इस रथ के साथ ज्योत-रथ रक्षावाहिनी भी चल रही है। रक्षावाहिनी पूरी तरह से वातानुकूलित है और इसमें करीब 40 भक्तों के लिए शयन और बैठक की व्यवस्था है। साथ ही यात्रा की सुरक्षा के लिए आधुनिक शस्त्रों से लैस सुरक्षा कर्मी भी पूरे मार्ग पर तैनात है। दादी जी का यह दिव्य रथ देशभर के विभिन्न शहरों से होते हुए ढ़ांढण वापस लौटेगा।
इस यात्रा के दौरान 23, 24, 25 और 26 जनवरी 2025 को ढ़ांढण में एक भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें प्रमुख भजन गायक लक्खा, अनूप जलोटा, अनुराधा-पौड़वाल और किशन भगत अपने भजनों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। इसके अलावा यात्रा के दौरान भक्तों के लिए संगीत और भजन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यह यात्रा मुजफ्फरपुर के रास्ते कल (17 दिसंबर) को चैम्बर आफ कॉमर्स में पहुंचेगी। जहां दादीजी की आरती एवं पूजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद चौपहिया और दुपहिया वाहनों की रैली के साथ दादीजी का रथ अन्नपूर्णा ढ़ांढण शक्ति मंदिर पहुंचेगा। यात्रा में कोलकाता के मूल चंद बजाज, मोनू मोर और अन्य भजन गायक भजन संध्या का आयोजन करेंगे।
दादीजी की यात्रा की खास बातें यह है कि यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि भक्तों को कोई असुविधा न हो। कल (17 दिसंबर) को दादीजी की पूजा और आरती के बाद एक रात्रि जागरण का आयोजन होगा। जिसमें भक्तगण ज्योत रथ के समक्ष जागरण करेंगे और 18 दिसंबर को दादीजी को दरभंगा के लिए विदा किया जाएगा। उन्हें नई पोशाक पहनाकर उन्हें कलेवा कराया जाएगा।
यह आयोजन 2001 में सूरत से शुरू हुआ था और अब यह विभिन्न शहरों जैसे जयपुर, कानपुर, बैंगलोर, कोलकाता, लुधियाना, मुजफ्फरपुर, दिल्ली, अहमदाबाद और छत्तीसगढ़ समेत अन्य स्थानों पर आयोजित हुआ है। इस वर्ष यह रजत जयंती महोत्सव ढ़ांढण स्थित दादी के मंदिर में आयोजित होगा।
इस आयोजन की तैयारियों के बारे में जानकारी देने के लिए एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। जिसमें श्री कृष्ण मुरारी भरतीया, विक्रम बजाज, श्याम भरतीया, ऊर्मिला बंका, अर्चना भारतीय, उपासना बजाज, चंदा भारतीय, विनोद भरतीया, प्रवीण चौधरी, धनराज रोहित और अन्य सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।
मां टीडा गैला से प्रेरित होकर यह बसंतोत्सव आयोजित किया जाता है। जिससे भक्तों को दिव्य आशीर्वाद मिल सके और उनके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो। यह आयोजन भक्तों को आपस में जोड़ने, सामाजिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।