बिहार की दशा जनता की सक्रियता से बदल सकती है : प्रशांत किशोर

  • Post By Admin on Dec 07 2024
बिहार की दशा जनता की सक्रियता से बदल सकती है : प्रशांत किशोर

पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के गांव-गांव में यात्रा कर प्रदेश की स्थिति में सुधार के संभावित तरीकों पर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बिहार को अपने विकास की दिशा खुद तय करनी होगी और इसके लिए राज्य की जनता को अपनी भूमिका समझनी होगी।

प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु का उदाहरण दिया। जो आजादी के समय बिहार के समान स्थिति में था, लेकिन अब वह देश का दूसरा सबसे समृद्ध राज्य बन चुका है। उन्होंने बताया, “जब देश आजाद हुआ, तो तमिलनाडु और बिहार दोनों लगभग समान स्तर पर थे लेकिन आज तमिलनाडु ने अपनी मेहनत और समर्पण से उसे देश का दूसरा सबसे अच्छा राज्य बना दिया, जबकि बिहार 28वें नंबर पर खड़ा है।”

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की सफलता किसी विशेष राजनीतिक दल पर निर्भर नहीं थी। “तमिलनाडु में आज भाजपा या कांग्रेस की सरकार नहीं है। पिछले 40-45 वर्षों से वहां कांग्रेस का भी शासन नहीं रहा है। तमिलनाडु के लोगों ने अपनी व्यवस्था खुद बनाई है। वहां की प्रगति को किसी भाजपा या कांग्रेस ने नहीं बनाया।”

प्रशांत किशोर ने जोर दिया कि बिहार को भी अपनी दिशा बदलने के लिए जनता की सक्रिय भागीदारी और सुधार की प्रक्रिया शुरू करनी होगी। उनका उद्देश्य यह है कि बिहार के लोग अपने अधिकारों और राज्य की स्थिति में सुधार के संभावित उपायों को समझें और इसके लिए एकजुट होकर काम करें।