आरबीबीएम कॉलेज में फेयरवेल में छात्राएं हुई पुरस्कृत
- Post By Admin on Dec 20 2024

मुजफ्फरपुर : जिले के आरबीबीएम कॉलेज में बीते गुरुवार को सीएनडी (क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स) की छात्राओं के लिए एक शानदार इंडक्शन मीट और फेयरवेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की प्राचार्य प्रो. ममता रानी, डॉ. रामेश्वर राय, डॉ. अंजलि चंद्रा, डॉ. चेतना, डॉ. जयाश्री और डॉ. विनीता द्वारा दीप प्रज्वलित करके की गई।
प्राचार्य डॉ. ममता रानी ने अपने संबोधन में छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ जीवन कौशल, नैतिक मूल्य और मानवीय गुणों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “महाविद्यालय केवल शिक्षा का मंदिर नहीं है बल्कि यह जीवन की पाठशाला भी है। जहां आप न केवल विषयों का ज्ञान प्राप्त करते हैं बल्कि अपने व्यक्तित्व के हर पहलु का भी विकास करते हैं।”
गृह विज्ञान विभाग की प्रमुख और सीएनडी कोऑर्डिनेटर डॉ. अंजलि चंद्रा ने सभी छात्राओं को शुभकामनाएं दी और बताया कि महाविद्यालय उनके लिए एक ऐसा मंच है जहां वे अपनी प्रतिभाओं को निखार सकती हैं। उन्होंने छात्राओं से इस मंच का पूर्ण लाभ उठाने का आह्वान किया।
सीएनडी ज्वाइंट कोऑर्डिनेटर डॉ. जयाश्री ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राओं का स्वागत किया और डाइटिशियन कोर्स के स्कोप पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को अनुशासन और मेहनत के महत्व के बारे में बताया। साथ ही उन्हें संघर्ष से कभी हार न मानने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो लगातार प्रयास करते रहते हैं। कार्यक्रम में छात्राओं ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। छात्रा प्रगति ने गणेश वंदना गीत पर नृत्य किया। जिससे सभी का दिल छू लिया। इसके बाद श्रेया, हरमाइन, नीति, रिचा और संध्या ने नृत्य प्रस्तुत किया। जिसने समा बांध दिया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की गई। निर्जला सीएनडी मिस फ्रेशर का खिताब अस्वी कुमारी ने जीता। जबकि फर्स्ट रनरअप रहीं अस्वी कुमारी और सेकेंड रनरअप रहीं रहनुमा जुबेर। मिस सीएनडी का पुरस्कार निधा फातिमा को, मिस ऑल राउंडर का पुरस्कार प्रियंका को और मिस स्मार्टी का पुरस्कार रुचि को दिया गया। इस मौके पर डॉ. अशोक निगम, डॉ. दिव्या, डॉ. मंजुल श्री, डॉ. अनुपम, डॉ. राकेश, डॉ. रागिनी, डॉ. निलेश, ज्योति प्रियंका और विशाल केसु रंजन जैसे कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व मौजूद थे।