बहू से प्रताड़ित वृद्धा की मदद को सोशल वर्कर फॉर विमेन एंपावरमेंट संस्था ने बढ़ाया हाथ
- Post By Admin on Dec 21 2024

मुजफ्फरपुर : सोशल वर्कर फॉर वूमेन एंपावरमेंट की टीम ने एक बार फिर समाज में महिला अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की। इस बार उनकी मदद एक वृद्धा कांति देवी को मिली, जिन्हें उनके परिवार ने घर से बाहर निकाल दिया था। कांति देवी बड़कागांव की निवासी हैं और उनके पति का नाम कौशल तिवारी है, जबकि उनकी बहू का नाम किरण देवी है। परिवार में कलह के कारण, कांति देवी को उनके ही परिवार के सदस्य ने वृद्धा आश्रम में भेज दिया, जहां वह अपनी बाकी की जिंदगी बिता रही हैं।
सोशल वर्कर फॉर वूमेन एंपावरमेंट ने कांति देवी के मामले को उठाते हुए उनके परिवार से संपर्क किया, लेकिन परिवार की बहू ने न सिर्फ अपनी सास को रखने से इनकार किया, बल्कि वृद्धा आश्रम में खर्चा देने से भी मना कर दिया। बाद में, संस्था ने वृद्धा आश्रम में कांति देवी के लिए कुछ समय पहले एक प्रयास किया था, जिसमें उनकी बहू ने यह वादा किया था कि वह हर महीने 3000 रुपए जमा करेंगी, लेकिन बाद में उन्होंने वादा पूरा नहीं किया।
जब इस मामले में कांति देवी की बहू से जवाब तलब किया गया, तो उन्होंने साफ तौर पर इनकार कर दिया कि वह एक रुपया भी नहीं देंगी। इस पर, सोशल वर्कर फॉर वूमेन एंपावरमेंट ने कांति देवी को इंसाफ दिलाने के लिए एसडीओ पश्चिमी श्रेया श्री जी से मुलाकात की और उन्हें आवेदन दिया। श्रेया श्री जी ने आश्वासन दिया था कि इस मामले में जल्दी ही परिवार से बात की जाएगी और कांति देवी के सुख-सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा।
शनिवार को सोशल वर्कर फॉर वूमेन एंपावरमेंट की टीम फिर से एसडीओ पश्चिमी श्रेया श्री जी से मिली और उन्हें याद दिलाया कि कांति देवी के लिए पहले आवेदन दिया गया था। इस पर एसडीओ ने दो दिन का समय और मांगा और कहा कि वह परिवार से बात करके वृद्धा की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगी।
सोशल वर्कर फॉर वूमेन एंपावरमेंट की टीम ने श्रेया श्री जी का धन्यवाद करते हुए उम्मीद जताई कि अगले दो-तीन दिनों में कांति देवी के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। इस मौके पर संस्था की संयोजक बबली कुमारी, मोनिका अरोड़ा, वृद्धा कांति देवी और वृद्धा आश्रम के सचिव सुनील कुमार मौजूद रहे।