स्व. कमल कुमार की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, योगदान को किया गया याद
- Post By Admin on Dec 11 2024

लखीसराय : जिले के प्रख्यात कवि, समाजसेवी और पत्रकार स्व. कमल कुमार की 21वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज क्रांति प्रिंटिंग प्रेस, कबैया रोड में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस आयोजन का नेतृत्व जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सचिव देवेन्द्र आजाद ने किया जबकि मंच संचालन वरिष्ठ कवि राजेश्वरी प्रसाद सिंह ने किया।
कार्यक्रम में जिले के कई गणमान्य व्यक्तियों ने स्व. कमल कुमार के साहित्यिक, सामाजिक और पत्रकारिता क्षेत्र में दिए गए योगदान को याद किया। सभा में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में वार्ड आयुक्त गौतम कुमार, नेशनल चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद, वार्ड प्रतिनिधि मदन कुमार, कवि रंजीत कुमार सम्राट, अरविंद क. भारती और प्रो. मनोरंजन कुमार सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।
रंजीत कुमार सम्राट ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "कमल कुमार मेरे गुरु थे। मैंने उनसे साहित्य और पत्रकारिता की बारीकियां सीखी।" गौतम कुमार ने उनकी स्मृति में साहित्यिक पुरस्कार शुरू करने का सुझाव दिया जबकि सुरेश प्रसाद ने उनके साथ बिताए बचपन के पलों को याद करते हुए कहा, "कमल हमेशा खिला रहेगा, जैसे उनका नाम।"
सभा में कवियों और साहित्यकारों ने स्व. कमल कुमार के प्रति अपनी श्रद्धांजलि कविताओं और विचारों के माध्यम से अर्पित की। राजेश्वरी प्रसाद सिंह ने अपनी कविता में कहा "रोटी-रोटी रटते, हम भी हो गए गोल, इस रोटी में छिपी हुई है, मानवता का इतिहास भूगोल।"
वहीं, जीवन पासवान ने अपनी पंक्तियों में राजनीति की सच्चाई पर कटाक्ष किया "राजनीति हमारा खेती है, हम गद्दारों के फसल उगाते हैं। खादी-खाकी भाई-भाई, मिलकर मौज उड़ाते हैं।"
स्व. कमल कुमार की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए श्रद्धांजलि सभा में कई प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। इन प्रस्तावों में उनके नाम से एक पुस्तकालय स्थापित करने, क्रांति प्रिंटिंग प्रेस गली का नाम बदलकर 'कमल नगर गली' रखने और नया बाजार दुर्गा स्थान के पास उनकी आदमकद मूर्ति स्थापित कर चौक का नाम 'कमल कुमार चौक' करने की मांग शामिल थी।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने स्व. कमल कुमार के आदर्शों पर चलने और उनके बताए रास्तों पर काम करने का संकल्प लिया। यह सभा स्व. कमल कुमार की स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने का एक सार्थक प्रयास रही।