बिहार से हुआ सनातन जागरण का शंखनाद, सनातन धर्म जागरण रथयात्रा को दिखाई हरी झंडी

  • Post By Admin on Jul 03 2025
बिहार से हुआ सनातन जागरण का शंखनाद, सनातन धर्म जागरण रथयात्रा को दिखाई हरी झंडी

पटना : बिहार की राजधानी पटना से आज "सनातन धर्म जागरण" की ऐतिहासिक रथयात्रा का शुभारंभ हुआ। विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने रथ को हरी झंडी दिखाकर इस यात्रा का उद्घाटन किया। यह रथयात्रा राज्य के विभिन्न जिलों में धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का संदेश लेकर पहुंचेगी।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री चौबे ने इसे "आध्यात्मिक स्वाभिमान के पुनर्जागरण का शंखनाद" बताया। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म को आज अपने ही देश में हाशिये पर ढकेला जा रहा है, जबकि यही भारत की आत्मा और सभ्यता की नींव है। यह रथयात्रा इसी स्वाभिमान की पुनर्स्थापना का संकल्प है।”

बक्सर को ‘बिहार की आध्यात्मिक राजधानी’ घोषित करने की मांग
राजकुमार चौबे ने ऐतिहासिक संदर्भों का उल्लेख करते हुए कहा कि बक्सर वह भूमि है जहाँ भगवान राम ने अपने जीवन का पहला धर्म युद्ध लड़ा था। उन्होंने कहा कि विश्वामित्र सेना ने प्रधानमंत्री को 10 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा है, जिसमें:

  • बक्सर को “बिहार की आध्यात्मिक राजधानी” घोषित करने,

  • पंचकोशी परिक्रमा मार्ग के व्यापक विकास,

  • सनातन तीर्थों की सुरक्षा और विकास,

  • तथा धार्मिक न्यास बोर्ड में संतों और विद्वानों को प्रतिनिधित्व देने की मांग शामिल है।

बिहार को फिर से बनाया जाएगा ‘आर्यावर्त की राजधानी’
उन्होंने सीतामढ़ी को “वैश्विक नारी आध्यात्मिक केंद्र”, देव के सूर्य मंदिर को “सूर्यधाम सर्किट”, गया को “अंतरराष्ट्रीय मोक्षधाम”, सुल्तानगंज को “कांवड़ सेवा केंद्र”, मुंडेश्वरी धाम को “राष्ट्रीय सांस्कृतिक स्मारक” और वाल्मीकिनगर को “आध्यात्मिक-पर्यावरणीय हेरिटेज ज़ोन” के रूप में विकसित करने की मांग की।

धार्मिक न्यास बोर्ड में संतों को प्रतिनिधित्व देने की अपील
उन्होंने कहा कि वर्तमान में धार्मिक न्यास बोर्ड केवल औपचारिक संचालन तक सीमित है, जबकि उसमें आचार्यों, विद्वान ब्राह्मणों और संत समाज को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए ताकि धर्म की आत्मा को संरक्षित किया जा सके।

राजनीति से परे, सनातन चेतना पर आधारित संगठन
राजकुमार चौबे ने स्पष्ट किया कि उनकी संस्था किसी राजनीतिक दल या विचारधारा की शाखा नहीं है, बल्कि सनातन चेतना पर आधारित संगठन है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य धर्म-संस्कृति का संरक्षण, सामाजिक अन्याय का प्रतिकार, गरीबों की सेवा और युवाओं को सनातन जीवनशैली से जोड़ना है।”

मौके पर कपिलमुनि पंडित, मुनमुन चौबे, अशोक उपाध्याय, मोहित दुबे सहित अनेक लोग उपस्थित थे। रथयात्रा आने वाले दिनों में बिहार के विभिन्न जिलों में सनातन जागरण और धार्मिक चेतना की अलख जगाएगी।