बिहार यूनिवर्सिटी में शुरू होगा रशियन भाषा का कोर्स, रशिया से आईं विशेषज्ञ टीचर, 3 दिन चलेगा वर्कशॉप
- Post By Admin on Dec 17 2024

मुजफ्फरपुर : बिहार के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Bihar University) में इस बार छात्रों को रशियन भाषा सीखने का मौका मिलेगा। रशिया से दो रशियन भाषा की विशेषज्ञ शिक्षिकाएं, Ms. Anna Listova और Ms. Polina, तीन दिन के विशेष वर्कशॉप के लिए विश्वविद्यालय पहुंच चुकी हैं। इस वर्कशॉप का आयोजन विश्वविद्यालय के रशियन डिपार्टमेंट द्वारा किया जा रहा है। जिसमें कई कॉलेजों और डिपार्टमेंट्स के छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। यह कार्यक्रम छात्रों को रशियन भाषा, साहित्य और संस्कृति से परिचित कराएगा और दोनों देशों के बीच शैक्षिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देगा।
रशिया और भारत के बीच शैक्षिक सहयोग को बढ़ावा
Ms. Polina और Ms. Anna Listova ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि भारत और रशिया के बीच मजबूत दोस्ती हो। जिससे दोनों देशों के छात्रों को एक-दूसरे के देशों में पढ़ाई करने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर मिले। हम इस कार्यक्रम के माध्यम से रशियन भाषा के बारे में छात्रों को जानकारी देंगे और उन्हें रूस की शिक्षा व्यवस्था के बारे में भी बताएंगे।”
छात्रों को मिलेगा रूसी भाषा और साहित्य का ज्ञान
इस वर्कशॉप में रशियन भाषा के बारे में गहरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही रूस की संस्कृति और साहित्य पर भी चर्चा की जाएगी। विश्वविद्यालय के रशियन डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर सुषमा कुमारी ने बताया, “यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा। जिसमें विशेष वर्कशॉप होंगे। जिनमें छात्रों को रशियन भाषा, साहित्य और संस्कृति से परिचित कराया जाएगा। इस दौरान क्विज़ प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, ताकि छात्र अपनी रूसी भाषा की समझ को और भी बेहतर कर सकें।”
भारत और रशिया के छात्रों के लिए एक्सचेंज प्रोग्राम
इस पहल के अंतर्गत, विश्वविद्यालय ने रशिया के साथ एक एमओयू (MOU) साइन किया है। जिसके तहत बिहार यूनिवर्सिटी के छात्र रशिया में पढ़ाई करने जाएंगे और रशिया के छात्र यहां आकर अध्ययन करेंगे। इस प्रोग्राम से न केवल छात्रों को नए शैक्षिक अवसर मिलेंगे, बल्कि इससे बिहार और भारत के नाम को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा मिलेगा। प्रोफेसर दिव्यम कुमार ने इस पहल को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “इस MOU के माध्यम से हमारे छात्रों को रशिया में अध्ययन करने का मौका मिलेगा और रशिया के छात्र यहां आकर भारतीय शिक्षा और संस्कृति को समझेंगे। इससे भारत और बिहार यूनिवर्सिटी की पहचान और प्रतिष्ठा को और भी मजबूती मिलेगी।”
भविष्य में और भी शैक्षिक पहल
इस वर्कशॉप के सफल आयोजन के बाद, बिहार विश्वविद्यालय ने रशियन भाषा और संस्कृति के अध्ययन के लिए स्थायी पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस तरह के इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम से छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण मिलेगा और वे आने वाले समय में अपने क्षेत्र में बेहतर योगदान दे सकेंगे।