सीवान रैली में गरजे पीएम मोदी, कहा – पंजा और लालटेन वालों को सिर्फ परिवार का विकास चाहिए

  • Post By Admin on Jun 20 2025
सीवान रैली में गरजे पीएम मोदी, कहा – पंजा और लालटेन वालों को सिर्फ परिवार का विकास चाहिए

सीवान : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी तापमान चरम पर है और शुक्रवार को सीवान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा में विपक्षी दलों – कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) – पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने दोनों दलों पर “परिवारवाद, माफियाराज और बिहार के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने” का आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “हम सबका साथ, सबका विकास की नीति पर काम करते हैं, लेकिन लालटेन और पंजा वालों का नारा है – परिवार का साथ, परिवार का विकास। इनका लक्ष्य केवल अपने परिवारों को सत्ता दिलाना है, बिहार के करोड़ों परिवारों से इन्हें कोई सरोकार नहीं।”

पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में अब कानून का राज है, लेकिन एक दौर था जब जंगलराज के समर्थकों ने लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर दिया था। उन्होंने चेताया कि “अब वही ताकतें दोबारा जंगलराज लाने के लिए षड्यंत्र में जुटी हैं।”

प्रधानमंत्री ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर के कथित अपमान को लेकर भी विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “दलित, महादलित और पिछड़ों की बात करने वाले इन दलों का असली चेहरा अब जनता देख चुकी है। क्या ऐसे लोग कभी बाबा साहेब का सम्मान कर सकते हैं?”

विकास की सौगात के बहाने विपक्ष को जवाब

पीएम मोदी ने इस दौरान बिहार को विकास की बड़ी सौगातें भी दीं। उन्होंने 400 करोड़ रुपए से अधिक लागत वाली वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, जो पटना से मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए गोरखपुर जाएगी।

इसके अलावा, मरहोरा लोकोमोटिव प्लांट से गिनी गणराज्य को निर्यात होने वाले पहले ‘मेक इन इंडिया’ लोको इंजन को रवाना कर पीएम ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को बल दिया।

नमामि गंगे मिशन के तहत 6 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जल आपूर्ति और बिजली परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया गया।

सारण को बताया "गौरव का प्रतीक"

प्रधानमंत्री ने कहा, “जिस सारण को कांग्रेस और राजद ने पिछड़ा घोषित कर दिया था, वहां आज ऐसा इंजन बन रहा है जो अफ्रीका में ट्रेनें खींच रहा है। यही नया बिहार है, आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी बिहार।”

जनसभा के मंच से पीएम मोदी का यह हमला न केवल विपक्ष को घेरने की कोशिश थी, बल्कि आगामी चुनावों में जदयू-भाजपा गठबंधन के पक्ष में माहौल बनाने की रणनीति का भी हिस्सा माना जा रहा है।