अन्तर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण

  • Post By Admin on Jun 26 2024
अन्तर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण

लखीसराय : पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण अभियान संसार में सभी मानव को चलाना होगा। पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक तथा अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनियाभर में ग्लेशियर पिघल रहा है। इससे पर्यावरण असंतुलित हुआ है।

पर्यावरण असंतुलन के कारण प्राकृतिक आपदाएं मानव जीवन को प्रभावित कर रही है। दिल्ली का तापमान 51, अमेरिका के न्यूयार्क में भी प्रचंड गर्मी हो गया था। ऑस्ट्रिया, इंग्लैण्ड में तापमान 36, ग्रीस में तापमान 45 होने के कारण पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए। ग्लोबल वार्मिंग मानव जीवन के लिए खतरनाक है। सऊदी अरब में तापमान 51 तथा गर्म हवा (हीटवेव) के कारण 1,300 मानव काल के गाल में समा गए। उनमें भारतीय मूल के 90 मानव थे। जंगलों की अंधाधुंध कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग हुआ है। प्रदूषण के कारण ओजोन में छिद्र हो गया है। अभी भी दिल्ली में पीने योग्य पानी की किल्लत है।

सरकार के साथ-साथ आम नागरिकों को भी जागरूक होना होगा। भविष्य के लिए प्रत्येक घर में वर्षा का जल संग्रह करना होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग से ही संसार में जल संकट दूर होगा। वृक्षों की अंधाधुंध कटाई के कारण प्राकृतिक ऑक्सीजन कम हुआ है। इसके साथ ही प्राकृतिक आपदाएं बादल फटना, चक्रवात, भीषण बारिश, बाढ़, भूस्खलन आदि संसार के मानव को प्रभावित कर रहा है। भारत के अरूणाचल प्रदेश में अचानक बादल फटने से ईटानगर में बाढ़ आ गई। असम में 1 लाख लोग प्रभावित हुए। सिक्किम में बाढ़ से पुल बह गए। अमेरिका के टेक्सास में भीषण बवंडर एवं वर्षा के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए। विकसित देश चीन में अतिवृष्टि से भयंकर बाढ़ आ गई। इसमें 2 लाख मानव जीवन प्रभावित हुए। ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचने हेतु संसार में प्रत्येक मानव को घरों के आस-पास 5 पेड़ अवश्य लगाना होगा। अन्यथा भविष्य में मानव जाति संसार से लुप्त हो जाएगी। संसार का शक्तिशाली प्राणी डायनासोर समाप्त हो गया है। रूस-उक्रेन महायुद्ध 2 वर्ष हो गया। इसमें मानव जाति के साथ-साथ पर्यावरण की काफी क्षति हुई है।

श्री शाण्डिल्य ने कहा कि दुनिया में मानव जीवन सुरक्षा हेतु 26 जून को अन्तर्राष्ट्रीय नशा निषेद्य दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 दिसंबर 1987 को निर्णय लिए कि 26 जून को विश्व नशा निरोधक दिवस मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि संसार के मानव को नशा के दुष्प्रभाव हेतु जागरूक करना। अतः कहा गया है- नशा नाश की जड़ है। सभी तरह के नशा मानव के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। आज कल संसार में शराब, ड्रग्स, गाँजा, हीरोइन, हफीम, चरस आदि का सेवन युवा कर रहे हैं। अन्तर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर नशा मुक्ति का संकल्प करना होगा। मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने हेतु वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना होगा। अतः ऐसे सुअवसर पर पौधारोपण स्मरणीय कार्य है।

पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में सागर महतों, अरविंद कुमार, अवनीश कुमार, देव कुमार यादव, प्रेम प्रकाश, बादल कुमार, पीयूष कुमार, आशीष कुमार, मनीष कुमार, आयूष कुमार आदि ने भाग लिए।