पितृ पक्ष में पर्यावरण भारती द्वारा देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण

  • Post By Admin on Sep 30 2024
पितृ पक्ष में पर्यावरण भारती द्वारा देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण

लखीसराय : पितृ पक्ष के अवसर पर पर्यावरण भारती ने पूज्य पिताजी स्व. भागवत शाण्डिल्य की पुण्य स्मृति में देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण किया। इस आयोजन के दौरान पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक एवं अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली के सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि पितृ पक्ष में पीपल और बरगद के वृक्षों का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्मावलंबियों द्वारा पितरों के नाम श्राद्ध कर्म और पिण्डदान हेतु गया जी के विष्णपद मंदिर में आने की परंपरा है, जहाँ पुरोहित पीपल और बरगद के पेड़ में जल चढ़ाते हैं।

शाण्डिल्य ने बताया कि गया जी का अक्षयवट हजारों वर्षों पुराना पेड़ है, जो प्राकृतिक ऑक्सीजन प्रदान करता है। हमारे पूर्वजों ने पीपल, बरगद, गूलर और पाकड़ जैसे देव वृक्षों को भारत के प्रत्येक गाँव और शहर में लगाने का कार्य किया। ये वृक्ष पक्षियों के माध्यम से नए स्थानों पर उगते हैं, इसलिए पक्षियों का संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर चिड़ियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, तो नए देव वृक्ष भी नहीं उग पाएंगे। गया जी में पिण्डदान के दौरान कौवों को पितरों के नाम भोजन देने की परंपरा भी प्रचलित है।

श्री शाण्डिल्य ने सभी से अपील की कि वे पितरों की पुण्य स्मृति में अपने आसपास एक पीपल का वृक्ष अवश्य लगाएं और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को प्राकृतिक संसाधनों का लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि पूज्य पिताजी के तीन पुत्र हैं: कैलाश शर्मा, राम बिलास शाण्डिल्य, और जय प्रकाश शर्मा। श्री कैलाश शर्मा के तीन पुत्रियाँ और एक पुत्र हैं, जबकि जय प्रकाश शर्मा के चार पुत्र और चार पुत्रियाँ हैं। 

इस प्रकार, पूज्य पिताजी की पुण्य स्मृति में देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण एक स्मरणीय कार्य है, जो न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम है, बल्कि पितृ पक्ष की परंपरा को भी जीवित रखने का प्रयास है।