बड़े हथियारों की कमी झेल रहे पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर की फायरिंग

  • Post By Admin on May 04 2025
बड़े हथियारों की कमी झेल रहे पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर की फायरिंग

नई दिल्ली : हथियारों व गोला-बारूद की जबरदस्त कमी से जूझ रहा पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर फायरिंग से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तानी सेना यहां छोटे हथियारों से फायरिंग कर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। सेना के मुताबिक, पाकिस्तानी सैन्य चौकियों से 3-4 मई की रात के दौरान एक बार फिर से फायरिंग की गई। इस गोलीबारी का भारतीय सेना ने तुरंत कठोर जवाब दिया।

सेना के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार से बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की है। भारतीय सेना ने तुरंत और सटीक रूप से इसका जवाब दिया। गौरतलब है कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट का साफ कहना है कि पाकिस्तानी सेना के पास गोला-बारूद की बहुत कमी है। यही कारण है कि पाकिस्तान की सेना किसी दृढ़ प्रतिज्ञ शत्रु के विरुद्ध चार दिन से अधिक समय तक युद्ध नहीं लड़ सकती। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सैन्य तैयारियां उसके तोपखाने के गोला-बारूद की गंभीर कमी के कारण अपने ही देश में सवालों के दायरे में आ गई हैं। पाकिस्तान ने यूक्रेन और इजरायल के साथ हथियारों के सौदे किए, जिससे उसकी समस्या और बढ़ गई है। पाकिस्तान के इस कदम ने उसकी रक्षा क्षमताओं को कमजोर कर दिया है। स्वयं पाकिस्तान को भी यह मालूम है कि महत्वपूर्ण तोपखाने के गोला-बारूद की कमी के कारण वह चार दिनों से अधिक समय तक लडऩे की स्थिति में नहीं है।

पाकिस्तानी सेना ने पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन और इजरायल को भारी मात्रा में अपने गोला-बारूद बेच दिए। आर्थिक कंगाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने इस के जरिए कुछ धन तो हासिल किया, लेकिन इससे उसकी सैन्य क्षमता को तगड़ा झटका लगा है। वहीं, पाकिस्तान के ऐसा करने से उसकी कूटनीतिक तटस्थता भी कमजोर हुई है। इसके साथ ही, पाकिस्तान के इस कदम ने उसकी खुद की युद्धक क्षमता को भी कमजोर किया है। यूक्रेन को हथियार बेचने की यह पूरी कहानी तब शुरू हुई है, जब रूस-यूक्रेन युद्ध ने गोला-बारूद के लिए वैश्विक होड़ को प्रज्वलित किया था। खुफिया रिपोर्ट बताती हैं कि इस तरह पाकिस्तान ने इजरायल को भी हथियार बेचने का काम किया। इससे उसे फौरी तौर पर कुछ धन तो मिला, लेकिन उसकी सैन्य क्षमता कम हो गई। बड़े हथियारों की इस कमी के बीच पाकिस्तानी सैन्य चौकियों से नियंत्रण रेखा पर छोटे हथियारों से फायरिंग की जा रही है। पाकिस्तानी सेना ने पहले भी नियंत्रण रेखा के पार से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर क्षेत्रों में यह गोलीबारी की। बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान सेना ने छोटे हथियारों से गोलीबारी की है। वहीं, भारतीय सेना के जवानों ने संयमित लेकिन सटीक तरीके से फायरिंग का जवाब दिया है।

वहीं, अमेरिका ने भारत को समर्थन देने की बात कही है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पुन: पुष्टि की। उन्होंने कहा, अमेरिका भारत के साथ एकजुटता में खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है।

गौरतलब है कि आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की निर्मम तरीके से हत्या की थीं। इसके बाद से पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। पाकिस्तानी सेना बीते शुक्रवार यानी पिछले 10 दिनों से नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी कर रही है।