दो दिवसीय शास्त्रीय नृत्य महोत्सव रंगायन का आयोजन
- Post By Admin on Nov 27 2024

पटना : उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में प्रेमचंद रंगशाला, पटना में दो दिवसीय शास्त्रीय नृत्य महोत्सव “रंगायन” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 25 और 26 नवम्बर को सायं 6 बजे से आयोजित हुआ। जिसमें बिहार संगीत नाटक अकादमी का सहयोग भी प्राप्त था।
26 नवम्बर, मंगलवार को कार्यक्रम के दूसरे दिन असम से आई प्रसिद्ध नृत्यांगना जयश्री दास और उनके दल ने सत्रिया नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। उनके साथ नृत्य में गौरव दास, अभिजीत बोरो, तब्बू कश्यप और जॉय डेका शामिल थे। इस प्रस्तुति में “सत्रिया ओजा शैली” में नांदी श्लोक और कालिया दमन की कथा का शानदार चित्रण किया गया। जिसमें भगवान श्री कृष्ण के बाल काण्ड के एक प्रसंग को दर्शाया गया। इस नृत्य के माध्यम से वृन्दावन में श्री कृष्ण द्वारा कालिया नाग का वध किया गया। जो दर्शकों के लिए एक भव्य अनुभव था।
इसके बाद लखनऊ की प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना आकांक्षा श्रीवास्तव और उनके दल ने अपनी प्रस्तुति दी। इस समूह में डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव के अलावा विकास अवस्थी, प्रखर मिश्रा, श्रेया सिंह और आदित्य गुप्ता ने भाग लिया। उन्होंने कत्थक नृत्य की कई शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। जिनमें शिव वंदना : इसमें भगवान शिव के विभिन्न रूपों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। “करपुर गौरम करुणावताराम संसार सारम भुजगेंद्र हारम शिव वंदना” के बोल के साथ इस प्रस्तुति में शिव के सौम्य और रौद्र रूपों को नृत्य के माध्यम से जीवित किया गया, कथक के पारंपरिक रूप : इस प्रस्तुति में तीन ताल विलंबित ले में “उपज ठाठ”, “आमद”, “परण जुड़ी आमद” और बाद में “टुकड़े परण”, “फरमाइशी टुकड़ा” और “तिहाई” के विभिन्न नृत्य रूपों का प्रदर्शन किया गया, जो कथक की पारंपरिक शैली को प्रस्तुत करते हैं, ठुमरी : इस प्रस्तुति में “नीर भरन कैसे जाऊं सखी री अब” के बोल के साथ राधा और कृष्ण के सुंदर भावों को नृत्य के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। यह प्रस्तुति दर्शकों को भक्तिरस में डूबोने वाली थी, सरगम : इस अंतिम प्रस्तुति में कथक नृत्य की शुद्धता, पद संचालन, चक्कर के प्रकार और शुद्ध पक्ष को दर्शाया गया। जिससे नृत्य की तकनीकी दक्षता और सौंदर्य दोनों का प्रदर्शन हुआ।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में रेशमी चंद्रवंशी, उप महापौर, पटना नगर निगम, डॉ. इन्द्रदीप चंद्रवंशी, वार्ड पार्षद वार्ड 48, फहद सिद्दीकी, सहायक सचिव, बिहार संगीत नाटक अकादमी और कृति आलोक, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के उद्घोषक के रूप में प्रिया चटर्जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष महिवाल ने मीडिया के साथियों का आभार व्यक्त किया और अंत में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज के कार्यक्रम समन्वयक मनोज कुमार ने सभी आमंत्रित कलाकारों, अतिथियों और दर्शकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रकार महोत्सव का सफल समापन हुआ। “रंगायन” महोत्सव शास्त्रीय नृत्य की उत्कृष्टता और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने का एक अभूतपूर्व प्रयास था। जिसने पटना के कला प्रेमियों के बीच एक अनमोल अनुभव छोड़ा।