विश्व वर्षावन दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण, लगाए सप्तपर्णी के पौधे
- Post By Admin on Jun 22 2025

लखीसराय : विश्व वर्षावन दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित संगठन पर्यावरण भारती ने रविवार को शहर में एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान संगठन द्वारा छतों पर औषधीय एवं छायादार गुणों से भरपूर सप्तपर्णी (छतवन) के कुल 9 पौधे लगाए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी गोपाल प्रसाद बर्णवाल ने किया।
इस अवसर पर पर्यावरण भारती के संस्थापक और जाने-माने पर्यावरणविद राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि वर्षावन धरती के “फेफड़े” हैं और इनका संरक्षण जलवायु संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विश्व वर्षावन दिवस की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी और इसका उद्देश्य जनमानस को वर्षावनों के महत्व से अवगत कराना है।
शाण्डिल्य ने कहा, “वर्षावन न केवल ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, बल्कि यह कार्बन डाईऑक्साइड को अवशोषित कर ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।” उन्होंने बताया कि विश्व भर में कुल सात प्रकार के वर्षावन पाए जाते हैं, जिनमें अमेजन का उष्णकटिबंधीय वर्षावन सबसे बड़ा है।
कार्यक्रम में वर्ष 2025 की थीम “वर्षावन को बचाओ, अपने आप को बचाओ। वर्षावन को मार डालो, अपने फेफड़ों को मार डालो” पर आधारित संदेश के जरिए लोगों को जागरूक किया गया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का आह्वान किया गया।
इस अवसर पर अखिलेश्वर प्रसाद बर्णवाल, लक्ष्मी बर्णवाल, करूणा देवी, शंभू प्रसाद बर्णवाल, शुभम कुमार बर्णवाल, सुशील कुमार बर्णवाल, मुन्ना वर्मा, आदित्य कुमार, अंजली कुमारी और अमन कुमार बर्णवाल समेत कई पर्यावरण प्रेमियों ने सहभागिता निभाई।
पर्यावरण भारती द्वारा आयोजित यह पहल स्थानीय स्तर पर वर्षावन संरक्षण और हरित जीवनशैली को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम माना जा रहा है। प्रतिभागियों ने इस मौके पर संकल्प लिया कि वे आने वाले समय में भी ऐसे आयोजनों से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को जन-जन तक पहुंचाएंगे।