वाराणसी में सम्मानित हुए मुजफ्फरपुर के कवि-गीतकार डॉ. संजय पंकज
- Post By Admin on Dec 17 2024

मुजफ्फरपुर : कविताम्बरा और विश्व हिंदी शोध संवर्धन अकादमी के तत्वावधान में वाराणसी में आयोजित शब्द सारथी डॉ. के.के. प्रजापति पर केंद्रित कविताम्बरा विशेषांक के लोकार्पण समारोह में प्रख्यात कवि-गीतकार डॉ. संजय पंकज को 'कविताम्बरा साहित्य श्री सारस्वत सम्मान' से सम्मानित किया गया।
समारोह में डॉ. संजय पंकज को प्रशस्ति पत्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, पुष्पमाल्य, चादर और साहित्यिक पुस्तकों के साथ अलंकृत किया गया। इस अवसर पर बीएचयू हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वशिष्ठ अनूप, आलोचक डॉ. राम सुधार सिंह, डॉ. दयानिधि मिश्र, केशव जालान भाईजी, भोलानाथ त्रिपाठी विह्वल, डॉ. कृष्ण कुमार प्रजापति, जय चक्रवर्ती, अनिरुद्ध सिन्हा, डॉ. दशरथ प्रजापति, डॉ. अजय प्रजापति, डॉ. सविता सौरभ सहित कई गणमान्य साहित्यकार उपस्थित रहे।
डॉ. राम सुधार सिंह ने कहा कि "डॉ. संजय पंकज साहित्य की लगभग सभी विधाओं में गंभीरता से रचनाकर्म कर रहे हैं। उनके गीत छंद की कसौटी पर खरे उतरते हैं और भाषा व शिल्प की दृष्टि से प्रभावशाली होते हैं। उन्हें हिंदी गीत-कविता के शिखर पुरुष आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री का सान्निध्य मिला, जिसका प्रमाण 'जानकीवल्लभ शास्त्री संचयिता' का कुशल संपादन है।"
कविताम्बरा के संपादक हीरालाल मिश्र मधुकर ने कहा कि "डॉ. संजय पंकज का लेखन भाव, भाषा और विचार के स्तर पर अनुकरणीय है। उनके गीतों में सांस्कृतिक परंपराएं नवीन शिल्प में सजीव होती हैं। ललित निबंधकार और आलोचक के रूप में वे भारतीयता और विश्वबंधुत्व को सार्थकता के साथ प्रस्तुत करते हैं।"
सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. संजय पंकज ने कहा, "काशी की इस पवित्र भूमि पर मिला यह सम्मान बाबा विश्वनाथ का प्रसाद है। कविताम्बरा पत्रिका ने मेरे शब्दकर्म पर जो आस्था व्यक्त की है, उसे मैं संजीवनी मानता हूं।"
डॉ. संजय पंकज 'यवनिका उठने तक', 'मंजर मंजर आग लगी है', 'यहां तो सब बंजारे', 'शब्दों के फूल खिले', 'बिहार की लोककथाएं' जैसी प्रतिष्ठित कृतियों के रचनाकार हैं। उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं।
इस सम्मान पर डॉ. महेंद्र मधुकर, डॉ. इंदु सिन्हा, डॉ. शारदाचरण, डॉ. रामप्रवेश सिंह, डॉ. रवींद्र उपाध्याय, डॉ. निर्मला सिंह, डॉ. पूनम सिन्हा, ब्रजभूषण मिश्र, कुमार विरल, विजय शंकर मिश्र, पुष्पा प्रसाद, वंदना विजय लक्ष्मी, विकास नारायण उपाध्याय, डॉ. वीरेंद्र किशोर, समाजसेवी एच. एल. गुप्ता, मधुमंगल ठाकुर, ब्रजभूषण शर्मा, डॉ. रामजी प्रसाद, डॉ. एच.एन. भारद्वाज, अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, डॉ. यशवंत, सुधीर कुमार आदि समेत अन्य गणमान्य लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. पंकज को शुभकामनाएं दीं।