अमृत महोत्सव पार्क उद्घाटन के बाद भी बदहाल, लोग नहीं कर पा रहे उपयोग
- Post By Admin on May 30 2024

मुजफ्फरपुर : जिले के जिलाधिकारी आवास के सामने बने अमृत महोत्सव पार्क का उद्घाटन हुए कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन यह पार्क अब भी लोगों के उपयोग से बाहर है। लंबे समय से बंद पड़े इस पार्क में कोई मेंटेनेंस नहीं हो रहा है, जिससे यहां की स्थिति दयनीय हो गई है। अमृत महोत्सव पार्क, जो स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाया गया था, अब बदहाल स्थिति में है। पार्क के मुख्य गेट पर लगा 'आई लव मुजफ्फरपुर' का लाइट भी टूट चुका है, जिससे शाम के समय वहां फोटो खिंचवाने आने वाले लोग निराश हो रहे हैं। पार्क के अंदर की स्थिति भी अच्छी नहीं है, यहां पर कोई रखरखाव नहीं हो रहा है और चारों तरफ गंदगी फैली हुई है।
स्मार्ट सिटी का दावा खोखला
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी परियोजना केवल कागजों पर ही प्रभावी नजर आ रही है। जब हकीकत की बात आती है, तो यहां व्यवस्था के नाम पर केवल दुर्दशा ही देखने को मिलती है। स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने कहा, "पार्क का उद्घाटन तो हो गया, लेकिन इसका रखरखाव बिल्कुल नहीं हो रहा है। यह स्मार्ट सिटी का मजाक है।"
नागरिकों की नाराजगी
अमृत महोत्सव पार्क की स्थिति से शहरवासी काफी नाराज हैं। लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बने इस पार्क को जल्द से जल्द सुधारने की जरूरत है। एक निवासी, रेखा देवी ने कहा, "पार्क का उपयोग नहीं हो पा रहा है। यह हमारे लिए एक बड़ी समस्या है। हम चाहते हैं कि प्रशासन इस पर ध्यान दे और पार्क को ठीक करे।"
प्रशासन की जिम्मेदारी
नगर निगम और स्मार्ट सिटी परियोजना के अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे इस पार्क की देखभाल करें और इसे उपयोग के योग्य बनाएं। अधिकारियों को चाहिए कि वे पार्क की मेंटेनेंस सुनिश्चित करें और इसे नागरिकों के लिए खोलें। स्थानीय निवासी सुरेश यादव ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस पर जल्द कदम उठाएगा और पार्क को सही तरीके से मेंटेन करेगा।"
मुजफ्फरपुर का अमृत महोत्सव पार्क, जो स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाया गया था, आज बदहाल स्थिति में है। इसका रखरखाव न होने से लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय निवासी और आगंतुक इस स्थिति से बेहद नाराज हैं और प्रशासन से तुरंत सुधार की मांग कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी का दावा तब ही सार्थक होगा जब इस तरह की परियोजनाओं का सही ढंग से रखरखाव हो और नागरिकों को इनका लाभ मिल सके।