मुशहरी अंचल कर्मचारीयों पर भ्रष्टाचार का आरोप, बीजेपी नेता ने किया प्रशासन से कार्रवाई की मांग
- Post By Admin on Nov 13 2024

मुजफ्फरपुर : जिले के मुशहरी अंचल में राजस्व विभाग के अधिकारियों पर भारी पैमाने पर रिश्वत लेने और कार्यों में अनियमितता करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मंडल महामंत्री सुनील शाही ने प्रशासनिक अधिकारियों पर यह आरोप लगाया है कि मुसहरी अंचल के अंचलाधिकारी अर्चिता भारती और सहायक राजस्व पदाधिकारी महेंद्र शुक्ल, दलालों के माध्यम से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और बिना मोटी रकम लिए कोई कार्य नहीं करते।
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि परिमार्जन और दाखिल-खारिज के मामलों में रिश्वत लेने की यह प्रक्रिया दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि आवेदक रामबाबू पांडे ने 3 सितंबर 2024 को ऑनलाइन आवेदन कियाl जिसके बदले राजस्व कर्मचारियों ने 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सहायक राजस्व पदाधिकारी अर्चिता भारती परिमार्जन के लिए 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हैं, बिना जिनके किसी कार्य का निष्पादन नहीं होता।
शाही ने यह भी कहा कि आवेदक ने रिश्वत का भुगतान भी किया, लेकिन बावजूद इसके 13 अक्टूबर 2024 को राजस्व कर्मचारी ने अपने लॉगिन से कार्य प्रारंभ कियाl जबकि सहायक राजस्व पदाधिकारी ने बाद में 9 नवंबर 2024 को कार्य को रिजेक्ट कर दिया, यह कहते हुए कि प्रतिवेदन स्पष्ट नहीं था, जबकि सभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा किए जा चुके थे।
इस भ्रष्टाचार पर कोई भी ठोस कार्रवाई न होने को लेकर शाही ने बिहार सरकार पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि सुशासन के नाम पर राज्य सरकार खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग, गृह मंत्रालय और मुख्यमंत्री कार्यालय से मामले की जांच करने की अपील की हैl इस पत्र के माध्यम से शाही ने उच्च अधिकारियों को सूचित किया और कहा कि यदि इस मामले में जल्द कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वह आंदोलन करने पर विचार करेंगे।