अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल मोतीपुर रेलवे स्टेशन अनदेखी की शिकार

  • Post By Admin on Dec 19 2024
अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल मोतीपुर रेलवे स्टेशन अनदेखी की शिकार

मुजफ्फरपुर : जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन मोतीपुर राजस्व के मामले में अहम स्थान रखता है और हाल ही में "अमृत भारत स्टेशन योजना" में शामिल किया गया है। यहां अब तक दर्जनों महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित नहीं हो पाया है। रेल मंत्रालय द्वारा स्टेशन के विकास के लिए 12 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिससे स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।  

पिछले एक दशक में क्षेत्रीय सांसदों, पूर्व सांसद रामा किशोर सिंह और वर्तमान सांसद वीणा देवी ने रेल मंत्रालय को कई बार पत्र लिखे लेकिन अब तक पाटलिपुत्र-बापूधाम मोतिहारी इंटरसिटी एक्सप्रेस, सहरसा-आनंदविहार जनसाधारण एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर-पोरबंदर एक्सप्रेस, गरीबरथ एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर-देहरादून (राप्तीगंगा) एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, चंपारण हमसफर एक्सप्रेस, मडुआडीह एक्सप्रेस और पूर्वांचल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित नहीं हो सका है।  

स्थानीय दैनिक यात्री संघ, मोतीपुर और आम नागरिक पिछले कई वर्षों से ट्रेनों के ठहराव की मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक और समस्तीपुर मंडल के डीआरएम को कई पत्र भेजे लेकिन परिणाम शून्य रहा। हैरानी की बात यह है कि इन ट्रेनों का ठहराव चकिया और मेहसी जैसे छोटे स्टेशनों पर है, जबकि मोतीपुर स्टेशन का औद्योगिक और वाणिज्यिक महत्व लगातार बढ़ रहा है।  

मोतीपुर में राज्य का एकमात्र गन्ना प्रजनन संस्थान स्थित है। साथ ही, यहां मेगा फूड पार्क, औद्योगिक क्षेत्र और प्रस्तावित अनुमंडल कार्यालय का भी विकास किया जा रहा है। रेलवे का माल कार्यालय भी दशकों से मोतीपुर में संचालित हो रहा है। अग्निशमन अनुमंडलीय कार्यालय, रजिस्ट्री ऑफिस, मोतीपुर नगर परिषद और बरूराज नगर पंचायत कार्यालय भी यहीं स्थित हैं।  

अगर ट्रेनों का ठहराव मोतीपुर स्टेशन पर सुनिश्चित किया जाए, तो इससे न केवल स्थानीय नागरिकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहे विकास कार्यों के बीच स्थानीय जनता ने एक बार फिर रेल मंत्रालय से ट्रेनों के ठहराव की मांग उठाई है।