सदन में छा गए मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात, IPS अधिकारी की जमकर हुई चर्चा
- Post By Admin on Mar 07 2025

पटना : बिहार विधानसभा के बजट सत्र के 5वें दिन, गुरुवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात की चर्चा का मामला छाया रहा। बीजेपी विधायक पवन जायसवाल ने विपक्ष को घेरते हुए स्वर्ण प्रभात की जमकर तारीफ की, जिससे सदन में उनकी उपस्थिति को लेकर एक नई चर्चा शुरू हो गई। आइए, जानते हैं क्या था पूरा मामला।
बीजेपी विधायक पवन जायसवाल ने सदन में आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में जंगलराज था, जिसमें अपराधियों को मुख्यमंत्री के करीब बैठने का मौका मिलता था। उन्होंने कहा कि सीएम हाउस में अपराधियों का संरक्षण मिलता था, लेकिन वर्तमान सुशासन की सरकार में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। पवन जायसवाल ने मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात का उदाहरण देते हुए कहा, “स्वर्ण प्रभात मोतिहारी के एसपी हैं और एक दिन में 200-200 घरों की कुर्की जब्ती करते हैं।”
स्वर्ण प्रभात, 2017 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और मूल रूप से भोजपुर जिले के निवासी हैं। उनकी कड़ी कार्यशैली ने उन्हें खास पहचान दिलाई है। पवन जायसवाल ने यह भी कहा कि उनकी मेहनत और कार्यक्षमता की वजह से अपराधों में कमी आई है और जनता में उनके प्रति विश्वास बढ़ा है।
पवन जायसवाल का विपक्ष पर हमला
इसके बाद, पवन जायसवाल ने विपक्ष पर और भी तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि आरजेडी शासनकाल के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे की स्थिति बेहद खराब थी। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उनके समय में लोग सरकारी अस्पतालों से डरते थे और आज हमारी सरकार के दौरान अस्पतालों में इलाज की बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने शिक्षा बजट पर भी टिप्पणी की, “आरजेडी के समय में शिक्षा के नाम पर ‘भूमिहीन विद्यालय’ और ‘भवनहीन विद्यालय’ थे। जबकि हमारी सरकार ने अच्छे भवनों और डिग्री कॉलेजों की शुरुआत की है।”
इससे पहले आरजेडी विधायक सतीश कुमार ने सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि बीपीएससी परीक्षा में धांधली हुई है और छात्रों ने इसे ‘बिहार पेपर स्कैम कमिशन’ का नाम दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीपीएससी के छात्र महीनों से परीक्षा रद्द करने और फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। इसके साथ ही उन्होंने बेरोजगारी और छात्रों के मुद्दों पर भी सरकार से सवाल किए।
सतीश कुमार ने यह भी कहा कि आज के दौर में बेरोजगार युवा स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड लेकर नौकरी की तलाश में हैं और सर्टिफिकेट केस के चलते पुलिस द्वारा उनका पीछा किया जा रहा है।