मैनपुरी के किशन से मिलने हांगकांग से आई माया, फेसबुक की दोस्ती बनी चर्चा का केंद्र

  • Post By Admin on Dec 10 2024
मैनपुरी के किशन से मिलने हांगकांग से आई माया, फेसबुक की दोस्ती बनी चर्चा का केंद्र

मैनपुरी : सोशल मीडिया के माध्यम से बनी दोस्ती अब सीमाओं को पार कर गांव तक पहुंच रही है। ऐसा ही एक मामला मैनपुरी के मानपुर हरी गांव में सामने आया है जहां हांगकांग से आई माया तमांग नामक महिला ने गांव के निवासी कृष्ण कुमार उर्फ किशन से मिलने की कहानी को नया मोड़ दिया है।

फेसबुक से शुरू हुई कहानी
तीन साल पहले माया तमांग और किशन की दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला धीरे-धीरे बढ़ा और उनकी दोस्ती गहरी होती गई। माया ने अपने दोस्त किशन से मिलने के लिए 4 दिसंबर को हांगकांग से फ्लाइट ली और नई दिल्ली होते हुए मैनपुरी के मानपुर हरी गांव पहुंचीं।

कौन हैं माया तमांग?
माया नेपाली मूल की हैं और पिछले पांच वर्षों से हांगकांग में चाइल्ड केयर का काम कर रही हैं। माया ने मीडिया को बताया कि वह किशन से मिलने अपनी मर्जी से आई हैं। हालांकि, उन्होंने शादी की किसी योजना से इनकार किया और बताया कि यह सिर्फ दोस्ती है। 13 दिसंबर को उनकी वापसी की टिकट है।

किशन की कहानी
मानपुर हरी के निवासी किशन दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। वह अपने विदेशी दोस्त का खास ख्याल रख रहे हैं और उनकी खातिरदारी में जुटे हुए हैं। किशन और माया दोनों ने अपनी दोस्ती को सहज और पारस्परिक बताया है।

गांव में चर्चा का विषय
विदेशी महिला के गांव पहुंचने से ग्रामीणों के बीच कौतूहल का माहौल है। किशन और माया की दोस्ती की चर्चा अब गांव से आसपास के क्षेत्रों में भी फैल गई है।

सीमा हैदर मामले से तुलना
इस घटना की तुलना पाकिस्तान की सीमा हैदर और भारतीय युवक सचिन की कहानी से की जा रही है, लेकिन इस मामले में माया और किशन ने इसे सिर्फ दोस्ती बताया है।