मृत्यु और शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी, छह माह तक मिलेगी निःशुल्क इलाज

  • Post By Admin on Dec 23 2024
मृत्यु और शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी, छह माह तक मिलेगी निःशुल्क इलाज

लखीसराय : बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण प्रसव के दौरान कई महिलाओं को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो कभी-कभी उनकी जान पर भी भारी पड़ जाती है। लेकिन अब ऐसी परेशानियों का समाधान सुमन (सुरक्षित मातृत्व आश्वासन) कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना और महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार भारती ने बताया कि सरकार द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सुमन कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं, प्रसव के बाद छह माह तक की माताओं और बीमार नवजात शिशुओं को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। कार्यक्रम के तहत संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि प्रसव के दौरान किसी भी प्रकार की जटिलताओं से बचा जा सके।

सुमन कार्यक्रम के अंतर्गत मातृ मृत्यु की सूचना देने पर प्रोत्साहन राशि दी जाती है। सूचना देने वाले व्यक्ति को ₹1,000 और 24 घंटे के भीतर पीएचसी को जानकारी देने वाली आशा कार्यकर्ता को ₹200 की राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए 104 टोल-फ्री नंबर की सुविधा भी उपलब्ध है।

प्रसव के बाद बीमार प्रसूति और नवजात शिशुओं को छह माह तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य की निगरानी करती हैं। जटिल मामलों में सिजेरियन प्रसव और रेफरल सेवाओं को भी मजबूत किया गया है। आपात स्थिति में एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।

डॉ. भारती ने बताया कि योजनाओं का लाभ उठाने में जागरूकता की कमी सबसे बड़ी बाधा है। स्वास्थ्य विभाग ने समुदाय को जागरूक करने और सभी लाभार्थियों तक सेवाएं पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।