महिला संवाद कार्यक्रम बना सामाजिक परिवर्तन का सशक्त मंच, 45 हजार से अधिक महिलाओं की हुई सहभागिता
- Post By Admin on May 06 2025

लखीसराय : जिला भर में महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार के उद्देश्यों को लेकर संचालित महिला संवाद कार्यक्रम अब ग्रामीण विकास की दिशा में एक मजबूत कड़ी बनकर उभर रहा है। जीविका द्वारा संचालित इस कार्यक्रम ने शराबबंदी, बाल विवाह उन्मूलन, दहेज प्रथा विरोध, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, वृद्धा पेंशन जैसी जनहित मुद्दों को लेकर महिलाओं को मुखर मंच प्रदान किया है।
अब तक जिले की 45 हजार से अधिक महिलाएं और छात्राएं इन संवाद कार्यक्रमों में भागीदारी कर चुकी हैं। कार्यक्रम के दौरान महिलाएं अपने अधिकारों और कर्तव्यों को लेकर जागरूक दिखाई दे रही हैं और गांव के विकास के लिए नीतिगत सुझाव भी दे रही हैं। प्रत्येक संवाद कार्यक्रम में औसतन 30 से अधिक मांगें और सुझाव दर्ज किए जा रहे हैं जिन्हें सामूहिक समर्थन मिल रहा है।
हलसी प्रखंड की महिलाएं खेतों के अंतिम छोर तक सिंचाई व्यवस्था की मांग कर रही हैं, तो सूर्यगढ़ा क्षेत्र की महिलाओं ने चौक-चौराहों पर चापाकल की व्यवस्था की आवश्यकता जताई है। दामोदरपुर की वृद्धा कौशल्या देवी ने वृद्धा पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1000 करने की गुहार लगाई है, क्योंकि उनके पास कोई देखभाल करने वाला नहीं है।
इन कार्यक्रमों में सामूहिक रूप से दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई जा रही है। साथ ही नशा मुक्ति और घरेलू हिंसा उन्मूलन को लेकर भी संकल्प लिया जा रहा है। महिलाओं और छात्राओं को कन्या उत्थान योजना, महिला हेल्पलाइन, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, सतत जीविकोपर्जन योजना जैसी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। योजनाओं की सफलता पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण महिलाएं और अधिक प्रेरित हो सकें।
मंगलवार को महिसोना, दामोदरपुर, नंदनामा, नोनगढ़, सलेमपुर, कवादपुर, प्रतापपुर, शिरखींडी, लाखोचक और महेशलेटा सहित अनेक गांवों में प्रगति, भविष्य, ज्ञान, सुहानी, शक्ति, विहान एवं हंस ग्राम संगठन द्वारा महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
यह कार्यक्रम न केवल ग्रामीण महिलाओं की आवाज को मंच दे रहा है, बल्कि उन्हें सशक्त बनाकर समाज में बदलाव की दिशा में ठोस कदम भी सुनिश्चित कर रहा है।