महाकुंभ 2025: हरित कुंभ के लिए लाखों थालियाँ और थैले दान
- Post By Admin on Jan 22 2025

पटना : महाकुंभ प्रयागराज 2025 को हरित कुंभ बनाने के उद्देश्य से पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के तहत पर्यावरण भारती ने बड़ी पहल की है। राजेंद्र नगर, पटना से 13 सौ स्टील की थालियाँ, 2 हजार कपड़े के थैले और 1 हजार स्टील के ग्लास प्रयागराज भेजे गए हैं। इस अभियान का नेतृत्व पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक और अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शांडिल्य ने किया।
शांडिल्य ने बताया कि संपूर्ण भारत से अब तक 60 लाख स्टील की थालियाँ और इतने ही कपड़े के थैले दान स्वरूप महाकुंभ में भेजे जा चुके हैं। साथ ही, श्रद्धालुओं और सफाईकर्मियों के उपयोग के लिए स्टील के ग्लास भी भेजे जा रहे हैं। रेलवे विभाग को 20 हजार थालियाँ, सफाईकर्मियों को 12 हजार और पुलिस बल को 50 हजार थालियाँ उपलब्ध कराई गई हैं।
महाकुंभ को स्वच्छ और हरित बनाने की अपील
पर्यावरणविद नवीन कुमार ने बताया कि महाकुंभ में गंगा की स्वच्छता बनाए रखने के लिए श्रद्धालुओं से स्टील की थाली में भोजन करने और कपड़े के थैले का उपयोग करने की अपील की गई है। प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
कैलीफोर्निया की वैज्ञानिक प्रोफेसर लीसा ए. लेविनका ने ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि समुद्र का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ने से शार्क की संख्या में 70% की कमी आई है। समुद्र में प्रदूषण के मुख्य कारण कचरे का सीधे समुद्र में जाना, नदियों के माध्यम से कचरे का बहाव और वायुमंडलीय प्रदूषण हैं।
इस अभियान में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इनमें संजू सिन्हा, डॉक्टर सरिता शंकर, उदय कुमार, हिमालय, योगेश कुमार, मनीष आनंद, अक्षत राज और अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं।
सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे महाकुंभ में त्रिवेणी संगम स्नान के दौरान कपड़े के थैले और स्टील की थाली का उपयोग करें। यदि वे स्वयं नहीं जा सकते तो थैली और थाली दान कर इस पुण्य कार्य में भागीदार बनें। गंगा और अन्य नदियों को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। इस बार का महाकुंभ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश लेकर आया है।