एक्सप्रेसवे हाईवे किनारे से हटेगी शराब की दुकानें, सीएम के सख्त आदेश

  • Post By Admin on Mar 03 2025
एक्सप्रेसवे हाईवे किनारे से हटेगी शराब की दुकानें, सीएम के सख्त आदेश

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए 10 बड़े आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में एक्सप्रेसवे और हाईवे के किनारे स्थित शराब की दुकानों को हटाने, ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराने और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया है। इन फैसलों का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और राज्य में सड़क सुरक्षा की स्थिति को बेहतर बनाना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि एक्सप्रेसवे और हाईवे के किनारे शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, शराब की दुकानों के साइनेज को भी छोटा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर फूड प्लाजा की तरह अस्पतालों की व्यवस्था होनी चाहिए। सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर, एंबुलेंस और प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। वहीं स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

2024 में उत्तर प्रदेश में 46,052 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से 24,000 से अधिक लोग मारे गए और 34,600 लोग घायल हुए। मुख्यमंत्री ने इसे चिंताजनक बताते हुए इस आंकड़े को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात की। उन्होंने उन 20 जिलों में विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए, जहां सड़क दुर्घटनाओं की संख्या अधिक रही है। इनमें लखनऊ, मथुरा, आगरा, कानपुर नगर, प्रयागराज, बरेली, मेरठ, गोरखपुर, गौतमबुद्धनगर और शाहजहांपुर प्रमुख हैं।

यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी कड़ी कार्यवाही

मुख्यमंत्री ने ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग, गलत साइड पर गाड़ी चलाने, रेड लाइट जंप करने और मोबाइल फोन का उपयोग करने जैसे सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही। इसके अलावा, बिना परमिट की बसों और डग्गामार वाहनों पर भी रोक लगाई जाएगी। नाबालिग बच्चों को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और अवैध ई-रिक्शा पर रोक लगाई जाएगी।

सड़क सुरक्षा के लिए और क्या कदम उठाए जाएंगे?

एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि दुर्घटनाओं के तुरंत बाद मदद मिल सके। राज्य में एनएचएआई द्वारा चलाए जा रहे 93 सड़कों में से केवल 4 पर कैमरे लगे हैं। अब सभी सड़कों पर कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मिलकर सुनिश्चित करेंगे कि लंबी दूरी की गाड़ियों में दो ड्राइवर हों, ताकि थकान से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके और नगरों में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। अस्पतालों, स्कूलों और बाजारों के बाहर स्पीड ब्रेकर बनाने का आदेश दिया गया है ताकि यहां से गुजरने वाले वाहन धीमे चलें और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो।