गठिया के दर्द में योग से मिलेगी राहत, आयुष मंत्रालय ने बताए पांच प्रभावी आसन

  • Post By Admin on Dec 04 2025
गठिया के दर्द में योग से मिलेगी राहत, आयुष मंत्रालय ने बताए पांच प्रभावी आसन

नई दिल्ली : सर्दियों में बढ़ता जोड़ों का दर्द, सुबह उठते ही उंगलियों में जकड़न और घुटनों में चुभन—गठिया से पीड़ित लोगों के लिए यह रोजमर्रा की परेशानी बन जाती है। ऐसे में राहत की खबर यह है कि योग की नियमित साधना गठिया के दर्द, सूजन और अकड़न को कम करने में मददगार साबित हो सकती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ कार्टिलेज का घिसना गठिया का प्रमुख कारण है, लेकिन मोटापा, पुरानी चोटें, संक्रमण और ऑटोइम्यून रोग भी इसकी बड़ी वजहें हैं। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय गठिया के मरीजों को पांच योगासन रोजाना करने की सलाह देता है, जो न सिर्फ दर्द में राहत देते हैं बल्कि जोड़ों की गतिशीलता भी बढ़ाते हैं।

इन पांच आसनों में वीरभद्रासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन, सेतुबंधासन और मर्जरी आसन शामिल हैं।

विशेषज्ञ बताते हैं कि वीरभद्रासन घुटनों, कूल्हों और कंधों को मजबूत करता है तथा शरीर का संतुलन बढ़ाता है। वहीं, ताड़ासन रीढ़ को सीधा कर रक्त संचार में सुधार लाता है। सेतुबंधासन कमर और कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ दर्द में राहत देता है। मर्जरी आसन गर्दन और पीठ की जकड़न कम करता है, जबकि त्रिकोणासन कूल्हों व कमर की कसावट दूर करने में कारगर है।

आयुष मंत्रालय का कहना है कि इन आसनों का प्रतिदिन 10–20 मिनट अभ्यास, गठिया के दर्द और अकड़न में उल्लेखनीय सुधार ला सकता है। हालांकि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी प्रशिक्षित योग गुरु के मार्गदर्शन में ही इनका अभ्यास शुरू करें।