सावित्रीबाई फुले की जयंती पर 'शिक्षा दीप जलाएं' कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Jan 04 2025

मुजफ्फरपुर : भारत की पहली महिला शिक्षिका और समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक निर्माण पार्टी द्वारा ‘शिक्षा दीप जलाएं’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कन्हौली के खादी भंडार, पटेल नगर में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला जन आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीता कुशवाहा ने की। कार्यक्रम में 51 दीप जलाकर सावित्रीबाई को श्रद्धांजलि दी गई। अध्यक्षीय संबोधन में रंजीता कुशवाहा ने कहा, "सावित्रीबाई फुले भारत की पहली बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। उन्होंने अपने जीवन को महिलाओं और दलित समाज की शिक्षा और मुक्ति के लिए समर्पित किया।" राष्ट्रीय संगठन प्रभारी आनंद पटेल ने अपने संबोधन में महात्मा ज्योतिराव फुले के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, "महात्मा ज्योतिराव फुले को भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन का महत्वपूर्ण चेहरा माना जाता है।
उन्होंने महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए। सावित्रीबाई उनकी शिष्या, संरक्षक और साथी थीं।" प्रोफेसर संतोष सारंग ने बताया, "सावित्रीबाई ने विधवा विवाह को बढ़ावा दिया, छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और महिलाओं, खासकर दलित महिलाओं को शिक्षित बनाने का काम किया। वह न केवल एक शिक्षिका थीं, बल्कि एक कवियत्री भी थीं, जिन्होंने अपने लेखन के जरिए सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया।" कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने सावित्रीबाई की स्मृति में गीत 'महिला खातिर लड़ती रही वो सारी जिंदगानी, सावित्रीबाई फुले की अमर हैं कहानी' गाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर महिला जन आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीता कुशवाहा, सीमा कुमारी, कंचन कुमारी, चंचल कुमारी, रोशनी कुमारी, विजय सुमन, कैलाश पासवान, राष्ट्रीय लोक निर्माण पार्टी के अध्यक्ष अधिवक्ता श्याम कुमार, और कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य सावित्रीबाई फुले के संघर्ष और योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाना और शिक्षा का महत्व बताना था।