पति की कमाई से नहीं चला घर का खर्च, महिला ने संभाली खेती… आज सालाना कमा रही 40 लाख रुपए

  • Post By Admin on Mar 25 2025
पति की कमाई से नहीं चला घर का खर्च, महिला ने संभाली खेती… आज सालाना कमा रही 40 लाख रुपए

सीकर : मुश्किल हालात में हिम्मत और हौसले से किस्मत कैसे बदली जा सकती है, इसका शानदार उदाहरण बनी हैं सीकर जिले के बेरी गांव की संतोष खेदड़। एक समय था जब पति की 3000 रुपए महीने की होमगार्ड की नौकरी से घर चलाना मुश्किल था, लेकिन आज संतोष खेदड़ अपनी पांच बीघा जमीन पर उन्नत खेती कर सालाना 40 लाख रुपए की कमाई कर रही हैं।

कभी खेत बंजर था, न पानी था, न बिजली, लेकिन संतोष खेदड़ ने हार नहीं मानी। पति रामकरण खेदड़ के साथ मिलकर 2008 में बंजर जमीन को उपजाऊ बनाया और खेती की शुरुआत की। शुरुआत में पूंजी जुटाना बड़ी चुनौती थी। संतोष ने अपने पास की इकलौती भैंस 25 हजार में बेची और बाकी 20 हजार रुपए रिश्तेदारों से उधार लिए। इस पैसे से उन्होंने 220 अनार के पौधे खरीदे और ड्रिप सिंचाई का इंतजाम किया। संतोष बताती हैं कि अनार की सिंदूरी किस्म की बाजार में जबरदस्त मांग थी, जो महाराष्ट्र से मंगाई जाती थी। यहीं से उनके किसानी सफर की दिशा बदल गई। लगातार मेहनत और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से उनकी खेती में नया निखार आया।

आज संतोष खेदड़ राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कई कृषि पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं। उनकी कहानी अब महिलाओं और किसानों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। संतोष कहती हैं कि अगर हौसला हो तो कोई भी महिला अपनी और परिवार की किस्मत बदल सकती है।खेती में नवाचार की मिसाल बनी संतोष खेदड़ अब कई महिलाओं के लिए रोल मॉडल हैं।