नीट 2024 के पुनः आयोजन और एनटीए के खिलाफ भ्रष्टाचार जांच की मांग को लेकर विशाल प्रतिवाद मार्च

  • Post By Admin on Jun 16 2024
नीट 2024 के पुनः आयोजन और एनटीए के खिलाफ भ्रष्टाचार जांच की मांग को लेकर विशाल प्रतिवाद मार्च

मुजफ्फरपुर : शनिवार को छात्र संगठन आइसा और इंसाफ मंच ने नीट 2024 की परीक्षा पुनः आयोजित करने और एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के खिलाफ भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर एक बड़ा प्रतिवाद मार्च निकाला। हरिसभा चौक से शुरू होकर पांटी चौक, कलब रोड होते हुए यह मार्च जूब्बा सहनी पार्क तक पहुंचा, जहां सभा आयोजित की गई।

मार्च को संबोधित करते हुए इंसाफ मंच बिहार के नेता सूरज कुमार सिंह ने कहा, "एनटीए के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की कहानी कोई नई बात नहीं है। नीट 2024 की परीक्षा में जो अनियमितताएं हुईं, वह एक उदाहरण मात्र हैं। असली समस्या एनटीए के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार है, जिसे मेदी सरकार ने संस्थागत बना दिया है।"

आइसा के दीपक कुमार ने सभा में कहा, "छात्रों में इस परीक्षा में हुई विसंगतियों को लेकर व्यापक आक्रोश है। आइसा इस आंदोलन का पूरा समर्थन करती है और 19-20 जून को हम देशभर में नीट 2024 की पुनः परीक्षा कराने, स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच की मांग और एनटीए को समाप्त करने की मांग के साथ सड़क पर उतरेंगे।"

इंसाफ मंच के जिलाध्यक्ष फहद जमां ने कहा, "यह हास्यास्पद है कि एनटीए चेयरमैन जो एजेंसी की भारी विफलता के लिए जिम्मेदार है, अब स्वयं जांच का अध्यक्ष बन गया है। हम नीट 2024 घोटाले में स्वतंत्र और उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। यह शर्मनाक है कि छात्रों को एनटीए के भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पेपर लीक की एफआईआर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? परिणाम 10 दिन पहले क्यों घोषित किया गया? हम जवाब मांगते हैं।"

आइसा ने नीट 2024 की पुनः परीक्षा, एनटीए को समाप्त करने और शिक्षा को बचाने के लिए "री-नीट, स्क्रैप एनटीए, सेव एजुकेशन" अभियान के तहत 19-20 जून को अखिल भारतीय छात्र प्रतिवाद का आह्वान किया है।

इस अवसर पर मुकेश पासवान, कामरान रहमानी, मोहम्मद शाहनवाज, दरखशा शकील, सूफिया शकील, एजाज अहमद, दीपक कुमार, शफीकुर रहमान, विजय गुप्ता, जावेद अख्तर समेत कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।