साहित्य मनीषियों का सम्मान समारोह संपन्न
- Post By Admin on Oct 26 2024

मुजफ्फरपुर : बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन पटना द्वारा 26 अक्तूबर को साहित्य मनीषी डॉ. महेंद्र मधुकर को ‘विद्या वाचस्पति’ सम्मान, डॉ. वंदना विजय लक्ष्मी को ‘डॉ. उषा रानी 'दीन' स्मृति सम्मान’ और डॉ. प्रियंवदा दास को ‘वीणा श्रीवास्तव स्मृति सम्मान’ से सम्मानित किए जाने के उपलक्ष्य में जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन मुजफ्फरपुर ने अभिनंदन समारोह का आयोजन किया। यह समारोह थियोसोफिकल लाज नया टोला में चित्तरंजन सिन्हा कनक की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
समारोह में डॉ. महेंद्र मधुकर, डॉ. वंदना विजय लक्ष्मी और डॉ. प्रियंवदा दास को शाल और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। सम्मेलन के प्रधानमंत्री उदय नारायण सिंह ने स्वागत भाषण में कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि साहित्य मनीषियों का अभिनंदन करते हुए हम स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने डॉ. महेंद्र मधुकर को नई पीढ़ी के प्रेरणास्रोत बताया और उनकी लेखनी को आदर्श माना। अध्यक्षीय संबोधन में चित्तरंजन सिन्हा कनक ने कहा कि डॉ. महेंद्र मधुकर सच्चे अर्थों में आचार्य हैं और उनके लेखन से समाज को मार्गदर्शन मिलता है।
साहित्यकार डॉ. संजय पंकज ने डॉ. मधुकर की तीन दर्जन से अधिक साहित्यिक पुस्तकों की प्रशंसा की और उल्लेख किया कि उन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा "महात्मा गांधी सम्मान" से सम्मानित किया गया था। अपने उद्गार में डॉ. महेंद्र मधुकर ने कहा कि साहित्य नाद से बिंदु की यात्रा है और हिंदी लोकतंत्र की भाषा है, जबकि संस्कृत राजतंत्र की भाषा है।
इस मौके पर कई साहित्यिक हस्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समारोह का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शारदाचरण ने किया, और कार्यक्रम को विश्राम दिया गया।