तीन दिवसीय लाली पहाड़ी महोत्सव का भव्य शुभारंभ, डिप्टी सीएम ने दिया शुभकामना संदेश

  • Post By Admin on Nov 26 2024
तीन दिवसीय लाली पहाड़ी महोत्सव का भव्य शुभारंभ, डिप्टी सीएम ने दिया शुभकामना संदेश

लखीसराय : जिला मुख्यालय के अशोकधाम स्थित म्यूजियम ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय लाली पहाड़ी महोत्सव का उद्घाटन जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र एवं अन्य आगंतुक अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ऑनलाइन सहभागिता करते हुए शुभकामनाएं दीं और महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डाला। डिप्टी सीएम ने अपने संदेश में कहा कि लाली पहाड़ी का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।

उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा इस स्थल के उत्खनन के प्रयासों को याद करते हुए कहा कि यह महोत्सव हमारी विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाने और गौरव गाथाओं को आगे बढ़ाने का एक शानदार माध्यम है। लाली पहाड़ी का उत्खनन कार्य 25 नवंबर 2017 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा शुरू किया गया था। इसे भगवान बुद्ध के प्रवास, मां लक्ष्मी की आराधना और कृषि विशेषताओं के लिए जाना जाता है। कृमिला नदी के तट पर बसा यह क्षेत्र अपने पुरातात्विक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

कार्यक्रम में स्काउट गाइड के ड्रम संग मार्च पास्ट द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। जिलाधिकारी ने पौधा देकर अतिथियों का सम्मान किया वहीं बच्चियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर समां बांधा। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में लखीसराय के पुरातात्विक स्थलों और उनके ऐतिहासिक महत्व पर विस्तार से चर्चा की। महोत्सव में देश-विदेश से आए शिक्षाविद, पुरातत्वविद, और बुद्धिजीवी शामिल हुए। प्रमुख अतिथियों में डॉ. सुजीत नयन, प्रो. आर.के. चट्टोपाध्याय, डॉ. उमेश चंद्र द्विवेदी, प्रो. विकास चंद्र झा, मिस फियोना बक्की आदि उपस्थित रहे।

उद्घाटन सत्र में अपर समाहर्ता सुधांशु शेखर, वरीय उप समाहर्ता शशि कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह, एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। तीन दिवसीय लाली पहाड़ी महोत्सव का उद्देश्य जिले की पुरातात्विक और सांस्कृतिक धरोहर को व्यापक रूप से प्रचारित करना है। यह आयोजन स्थानीय और वैश्विक स्तर पर लखीसराय को पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लाली पहाड़ी महोत्सव हर साल की तरह इस बार भी उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आयोजन के दौरान लखीसराय के समृद्ध इतिहास और संस्कृति की झलक देखने को मिली।