एक प्रयास मंच द्वारा सावित्रीबाई फुले की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

  • Post By Admin on Jan 03 2025
एक प्रयास मंच द्वारा सावित्रीबाई फुले की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

मुजफ्फरपुर : भारत की पहली महिला शिक्षक और समाज सुधारक, क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले जी की 194वीं जयंती के अवसर पर “एक प्रयास मंच” द्वारा पुरानी गुदरी, अम्बेडकर नगर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मंच के संस्थापक संजय रजक और स्थानीय समुदाय के सदस्य शामिल हुए।

संजय रजक का संदेश

कार्यक्रम की शुरुआत में संजय रजक ने अपने उदबोधन में कहा, “3 जनवरी 1831 को सावित्रीबाई फुले जी का जन्म हुआ था। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त किया। उस समय जब समाज में महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार नहीं था। सावित्रीबाई जी ने 1848 में पुणे में भारत का पहला गर्ल्स स्कूल खोला। यह उनके समाज सुधारक दृष्टिकोण और महिलाओं के अधिकारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक था।” उन्होंने आगे कहा, “सावित्रीबाई जी ने न केवल शिक्षा की अलख जगाई, बल्कि बाल विवाह और सती प्रथा के खिलाफ भी संघर्ष किया। उनकी प्रेरणा से ही महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी मिली और समाज में बदलाव की दिशा में काम किया।”

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम आगे

संजय रजक ने यह भी कहा कि सावित्रीबाई फुले जी के योगदान को आज के समय में हम महिलाएं सशक्त बनाने के रूप में महसूस कर सकते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, “एक महिला यदि पढ़ाई करेगी तो न केवल अपनी जिंदगी बदल सकती है, बल्कि वह अपनी आने वाली पीढ़ियों और समाज को भी जागरूक और शिक्षित बना सकती है।”

पठन सामग्री वितरण

कार्यक्रम के अंतर्गत सावित्रीबाई फुले जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए गए और उनके महान कार्यों को याद किया गया। इसके साथ ही महिलाओं के बीच पठन सामग्री वितरित की गई। यह पठन सामग्री विशेष रूप से महिलाओं को शिक्षा की ओर प्रेरित करने के उद्देश्य से दी गई, क्योंकि कहा जाता है, “एक महिला पढ़ेगी तो सात पीढ़ी आगे बढ़ेगी।”

कार्यक्रम में उपस्थित लोग

इस कार्यक्रम में सीता देवी, गुड़ीया देवी, मीरा देवी, पूजा देवी, राधा कुमारी, रूबी देवी, रौशन कुमार और अन्य स्थानीय लोग शामिल हुए। सभी ने मिलकर क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले जी की जयंती को श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया और उनके योगदान को सलाम किया।