सिविल कोर्ट लिपिक परीक्षा की तैयारी पर जिलाधिकारी ने की बैठक
- Post By Admin on Dec 19 2024

दरभंगा : जिला में आगामी 22 दिसम्बर को सिविल कोर्ट लिपिक के पद पर नियुक्ति हेतु प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा को कदाचारमुक्त और स्वच्छ वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार तिवारी और जिलाधिकारी राजीव रौशन ने प्रेक्षागृह में दंडाधिकारियों और केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया।
यह परीक्षा जिला मुख्यालय में स्थित 25 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होगी। परीक्षा को दो पालियों में विभाजित किया गया है। प्रथम पाली सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक और द्वितीय पाली दोपहर 02:00 बजे से शाम 04:00 बजे तक चलेगी।
परीक्षा में स्टेटिक दंडाधिकारी, ऑब्जर्वर और पुलिस अधिकारी के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल की व्यवस्था की गई है। इन सभी की नियुक्ति परीक्षा केन्द्रों पर की जाएगी। जिससे वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन समय से करेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश के लिए कुछ विशेष दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। प्रथम पाली के परीक्षार्थियों की रिपोर्टिंग समय सुबह 08:30 बजे से 09:30 बजे तक और द्वितीय पाली के परीक्षार्थियों के लिए रिपोर्टिंग समय दोपहर 12:30 बजे से 01:30 बजे तक रहेगा।
परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र, दो पासपोर्ट साइज फोटो, एक पहचान पत्र और पारदर्शी पानी की बोतल के अलावा किसी अन्य सामग्री के साथ प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा केन्द्र में सुरक्षा जांच की पूरी व्यवस्था रहेगी। साथ ही सभी केन्द्रों पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर उपलब्ध होंगे। जिनका संचालन पुलिस बल द्वारा किया जाएगा और जैमर और सघन सुरक्षा जांच की व्यवस्था रहेगी।
परीक्षा केन्द्रों पर उपस्थित ऑब्जर्वर परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी नियमों का पालन किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि केन्द्राधीक्षक परीक्षा से एक दिन पूर्व सभी निरीक्षकों और कर्मियों के साथ बैठक कर उन्हें सभी आवश्यक निर्देश देंगे।
परीक्षा कक्ष में प्रवेश के दौरान किसी भी परीक्षार्थी को मोबाइल फोन, घड़ी, कैलकुलेटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा प्रारंभ होने के बाद एक घंटे के भीतर किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं होगी लेकिन एक घंटे बाद शौचालय जाने की अनुमति दी जाएगी।
परीक्षा कक्ष में हर परीक्षार्थी का बायोमेट्रिक डेटा और फोटो लिया जाएगा और उसकी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके अलावा बायोमेट्रिक कर्मियों को एक सुरक्षित स्थान पर तैनात किया जाएगा ताकि कोई कदाचार न हो।
परीक्षा के समापन के बाद सभी गोपनीय प्रश्न पत्रों को संबंधित अधिकारी की उपस्थिति में सीलबंद कर सुरक्षित तरीके से जमा किया जाएगा। इस अवसर पर जिला गोपनीय प्रभारी, सीजीएम, उपनिदेशक जनसंपर्क, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।