जिलाधिकारी ने म्यूटेशन मामलों के निष्पादन में तेजी लाने के दिए सख्त निर्देश
- Post By Admin on Jul 23 2024
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मुजफ्फरपुर : जिले के म्यूटेशन मामलों के निष्पादन को लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि म्यूटेशन के लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के लिए विशेष अभियान चलाएं। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने म्यूटेशन के मामलों की समीक्षा की और निष्पादन में तेजी लाने पर जोर दिया।
फरवरी से 46,653 म्यूटेशन मामलों की प्राप्ति और 64,289 मामलों के निष्पादन को जिलाधिकारी ने उल्लेखनीय उपलब्धि बताया। हालांकि, 63 दिनों से अधिक लंबित 18,161 मामलों के शीघ्र समाधान के लिए 45 दिनों की समय सीमा निर्धारित की गई है, जिसका निष्पादन 10 सितंबर तक सुनिश्चित करना है।
जिलाधिकारी ने एडीएम राजस्व को सभी सीओ के साथ साप्ताहिक बैठकें करने और डीसीएलआर को अंचलों का दौरा कर अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि म्यूटेशन के मामलों को अनावश्यक रूप से रिजेक्ट न किया जाए और पूरी गंभीरता से उनका समाधान किया जाए।
समीक्षा बैठक में पाया गया कि जून माह में 80.61% मामलों का निष्पादन किया गया। इसमें कुछ अंचलों ने सराहनीय प्रदर्शन किया, जैसे कि मुशहरी (105%), बंदरा (151.72%), और सकरा (99.61%)। वहीं, कटरा और मुरौल के अंचलाधिकारियों का प्रदर्शन बेहद कम (0%) पाया गया, जिसके लिए उनके वेतन को स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में भूमि मापी के 180 और एलपीसी निर्गत के 449 लंबित मामलों पर भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को गरीब भूमिहीन परिवारों के प्रति संवेदनशील होकर भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं के लिए 100 आसन के राजकीय कल्याण छात्रावास निर्माण हेतु 1 एकड़ भूमि के हस्तांतरण के प्रस्ताव पर भी जोर दिया। इसके अलावा, डॉ. भीमराव अंबेडकर 10+2 आवासीय विद्यालय के नवनिर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, सहायक समाहर्ता डॉ. आकांक्षा आनंद, अपर समाहर्ता राजस्व संजीव कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सभी अंचलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी संबंधित अधिकारी म्यूटेशन मामलों के निष्पादन को गंभीरता से लें और निर्धारित समय सीमा के भीतर शत-प्रतिशत निष्पादन सुनिश्चित करें।