विहिप के 60वें स्थापना वर्ष पर गौरवमयी इतिहास की चर्चा, संकल्प सभा आयोजित
- Post By Admin on Sep 02 2024
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लखीसराय : सदर प्रखंड क्षेत्र में किऊल स्टेशन के समीप स्थित शिव मंदिर प्रांगण में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 60वें स्थापना वर्ष पर संगठन की गौरवमयी गाथा की चर्चा की गई और इसके उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समर्पित संकल्प लिया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता पंचायत उपाध्यक्ष रौशन गुप्ता ने की, जबकि मंच संचालन जिला उपाध्यक्ष परशुराम कुमार एवं जिला मंत्री बंटी कुमार ने किया।
समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह कविन्द्र कुमार ने अपने संबोधन में बताया कि विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 29 अगस्त 1964 को हुई थी। उन्होंने कहा कि इतने वर्षों बाद भी संगठन को आज के समय में भी हिन्दू समाज को संगठित करने की आवश्यकता महसूस हो रही है, इसलिए विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी जैसे संगठन एकजुट होकर स्थापना दिवस मना रहे हैं।
मुख्य अतिथि ने बताया कि 1947 में देश को आजादी मिलने के बाद, मोहम्मद अली जिन्ना के दबाव में महात्मा गांधी और नेहरू ने विभाजन स्वीकार किया, जिससे देश में आराजकता का माहौल बना और लाखों हिंदुओं का नरसंहार हुआ। उस समय हिंदू समाज के पास कोई संगठित शक्ति नहीं थी, जिसके कारण इस त्रासदी का सामना करना पड़ा। इस स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूज्य श्री गुरुजी, चिन्मयानंद सरस्वती, मुंशी केशव राम, सिख नेता तारा सिंह और अन्य प्रमुख नेताओं के संयुक्त प्रयास से मुंबई के पवई संदीपनी आश्रम में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गई।
1966 में प्रयागराज के कुंभ मेले में, जहां विश्वभर से 25,000 साधु-संत, सिख, बौद्ध, जैन धर्म के अनुयायी शामिल हुए थे, इसे वैश्विक पहचान दी गई। दलाई लामा भी इस आयोजन का हिस्सा बने। संगठन का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, हिंदू धर्म की सेवा करना, गौहत्या पर प्रतिबंध लगाना और जातिवाद से ऊपर उठकर हिंदुत्व की रक्षा करना है।
इस अवसर पर जिला सह मंत्री विभीषण केवट, पंचायत सह संयोजक सोनू कुमार, भीम कुमार, विकास तिवारी, हर्षित वर्मा, भोला कुमार सहित कई प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और संगठन के उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए अपना संकल्प दोहराया।