दहेज दानवों ने ली विवाहिता की जान, सीएम नीतीश के दहेजबंदी अभियान को लगा तगड़ा झटका

  • Post By Admin on Feb 09 2018
दहेज दानवों ने ली विवाहिता की जान, सीएम नीतीश के दहेजबंदी अभियान को लगा तगड़ा झटका

मोतिहारी. मधुरेश*– दहेजबंदी को लेकर प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार चाहे जो भी दावा करें लेकिन पूर्वी चंपारण जिले में सरकार के इस अभियान का कोई असर नहीं है. सीएम के दहेजबंदी अभियान को जिले में आज उस समय तगड़ा झटका लगा जब चंद रुपये एवं बोलेरो की मांग पूरी नहीं होने पर केसरिया थाने के सिसवा पटना बलुआर टोला में ससुराल वालों ने विवाहिता की हत्या कर दी. इतना ही नहीं हिम्मत दिखाते हुए ससुराल वालों ने साक्ष्य मिटाने को लेकर विवाहिता के शव को पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया.अपनी बहन की हत्या की खबर सुनकर विवाहिता का भाई कोटवा निवासी चित्तरंजन कुमार मौके पर पहुंच गया और उसने शव को जलाने का विरोध किया. इस दौरान लड़का पक्ष वालों ने विवाहिता के भाई को भी जलाने की कोशिश की. इस दौरान उसका दोनों हाथ जल गया. हंगामा सुनकर अगल-बगल के लोग पहुंचे तब जाकर उसकी जान बची. विवाहिता के भाई द्वारा दी गयी सूचना पर केसरिया थानाध्यक्ष संजीव कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंच गये और विवाहिता के अधजले शव को अपने कब्जे में ले लिया. त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी कर थानाध्यक्ष ने मृतका के पति मदन मोहन सिंह एवं सास मुस्मात चंद्रमा कुंवर को गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी दल में थानाध्यक्ष के साथ दारोगा ओंकारनाथ झा एवं सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. 

मृतका के भाई के आवेदन पर उसके पति, सास एवं ननद समेत कुल सात लोगों को नामजद किया गया है. थानाध्यक्ष संजीव कुमार के मुताबिक विवाहिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी भेजा गया है. इस मामले में नामजद शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. यहां बता दें कि आज से छह वर्ष पूर्व कोटवा निवासी रंजीत सिंह ने अपनी पुत्री अंजू की शादी सिसवा पटना निवासी बच्चन सिंह के पुत्र मदन मोहन के साथ की थी. शादी के दौरान अपने हैसियत के मुताबिक उपहार भी दिया था. इधर कुछ दिनों से पैसा और बोलेरो गाड़ी की मांग को लेकर ससुराल वाले विवाहिता को प्रताड़ित कर रहे थे. हाल ही में लड़की पक्ष ने एक बुलेट बाइक भी लड़के को दिया था, फिर भी बात नहीं बनी और आखिरकार दहेज की बलीबेदी पर दहेज दानवों ने विवाहिता अंजू को चढ़ा कर उसे मौत की चीर निद्रा में सुला दिया.