श्याम बेनेगल के निधन पर भाकपा-माले और जनसंस्कृति मंच ने दी श्रद्धांजलि
- Post By Admin on Dec 25 2024

मुजफ्फरपुर : भारतीय सिनेमा जगत के फिल्मकार श्याम बेनेगल का निधन भारतीय सिनेमा और संस्कृति के लिए एक बड़ी क्षति है। इस अवसर पर भाकपा-माले और जनसंस्कृति मंच के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
जनसंस्कृति मंच के चर्चित नाट्यकर्मी स्वाधीन दास, कामेश्वर प्रसाद और विनय कुमार वर्मा तथा भाकपा-माले के जिला सचिव कृष्णमोहन और नगर सचिव सूरज कुमार सिंह ने श्याम बेनेगल के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी फिल्में हमेशा भारतीय सिनेमा की धरोहर रहेंगी। श्याम बेनेगल की फिल्में जैसे निशांत, अकुर, मंथन और भूमिका न केवल भारतीय सिनेमा का हिस्सा बनीं बल्कि इन फिल्मों ने समाज, राजनीति और साहित्यिक-सांस्कृतिक परिवर्तनों को बारीकी से प्रस्तुत किया।
साथ ही, उन्होंने कहा कि 70 के दशक में भारतीय समाज, राजनीति और सांस्कृतिक धारा में बड़ा परिवर्तन हुआ और इस बदलाव का गहरा असर भारतीय सिनेमा पर भी पड़ा। श्याम बेनेगल ने इस समय के सिनेमा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें एक बेहतरीन निर्देशक और पटकथा लेखक के रूप में पहचाना गया। उनके निर्देशन में बनी फिल्मों ने सिनेमा को नया दृष्टिकोण और दिशा दी जो आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
भाकपा-माले और जनसंस्कृति मंच ने कहा कि श्याम बेनेगल को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनका योगदान भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर रहेगा। वे सिनेमा के माध्यम से समाज की गहरी और गंभीर समस्याओं को उजागर करने में सफल रहे और दर्शकों को न केवल मनोरंजन बल्कि विचार और विमर्श का मौका भी दिया। श्याम बेनेगल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दोनों संगठनों ने उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनका कला और सिनेमा के प्रति समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा एक आदर्श रहेगा।