ब्यूटी पार्लर में लव जिहाद की साजिश, मथुरा में मुस्लिम युवकों की मौजूदगी पर संतों का फूटा गुस्सा
- Post By Admin on Apr 17 2025

हाइलाइट्स:
- मुस्लिम युवकों पर महिला ग्राहकों को प्रेमजाल में फंसाने का आरोप
- मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पार्लरों में एंट्री पर रोक की मांग
- ब्यूटी पार्लर को 'लव जिहाद' की नई प्रयोगशाला बताया
- संतों ने उठाई सनातनी कर्मचारियों से श्रृंगार की मांग
- समाज में मुद्दा गरमाया, बहिष्कार की अपील
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष पंडित दिनेश शर्मा फलाहारी ने मथुरा-वृंदावन क्षेत्र के ब्यूटी पार्लरों में मुस्लिम युवकों की नियुक्ति पर गंभीर सवाल उठाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उनका आरोप है कि यह केवल रोजगार नहीं, बल्कि 'लव जिहाद' की सुनियोजित साजिश है, जिसमें मुस्लिम युवक पहले महिलाओं से शारीरिक संपर्क बनाते हैं और फिर उन्हें बहलाकर नकली प्रेम जाल में फंसाते हैं।
पार्लरों में छुपी 'प्रेमजाल की प्रयोगशाला'?
फलाहारी का कहना है कि मुस्लिम युवक हेयर कटिंग, थ्रेडिंग और मसाज जैसी सेवाओं के जरिए महिलाओं से घुलते-मिलते हैं, और फिर कोर्ट मैरिज कर उन्हें दूसरे शहरों में ले जाकर बेचने तक का आरोप है। उन्होंने दावा किया कि इस पूरे नेटवर्क को मुस्लिम संगठनों से आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होता है। फलाहारी ने ब्यूटी पार्लर संचालकों पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की है, जो इन युवकों को महिला ग्राहकों के साथ काम करने की छूट देते हैं।
"पहले स्कूल, अब पार्लर — लक्ष्य हिन्दू बेटियां!"
राम की दासी युगेश्वरी देवी जी ने भी चिंता जाहिर की कि पहले ये युवक स्कूलों और कॉलेजों के बाहर देखे जाते थे, लेकिन अब ब्यूटी पार्लर और स्पा सेंटरों को अपना नया अड्डा बना लिया है। उनका कहना है कि यह हिन्दू बेटियों को फांसने की एक नई रणनीति है, जिसे समाज को पहचानने और रोकने की जरूरत है।
"श्रृंगार करें, लेकिन सनातन संस्कृति के भीतर"
महामंडलेश्वर रामदास जी महाराज ने भी इस विषय में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि महिलाओं को श्रृंगार कराना ही है, तो यह कार्य सनातनी हिन्दू युवक करें, न कि मांसाहारी और अलग आस्था के लोग। उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे ऐसे पार्लरों का बहिष्कार करें, जहां मुस्लिम युवक महिलाओं के सीधे संपर्क में रहते हैं।
योगी सरकार से कड़े कदम की मांग
पूरे मामले में धार्मिक संतों और संगठनों ने एक सुर में यह मांग उठाई है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पर संज्ञान लें और ब्यूटी पार्लर इंडस्ट्री में महिला ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर कड़े नियम बनाए जाएं। साथ ही, उन्होंने धार्मिक आधार पर महिला ग्राहकों की सेवा में लगे कर्मचारियों की जांच की मांग भी की है। यह मुद्दा अब सामाजिक चर्चा का विषय बन चुका है और आगामी दिनों में इस पर राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ सकती हैं।