महिला संवाद कार्यक्रम से ग्रामीण महिलाओं का सामूहिक सशक्तिकरण, बढ़ी भागीदारी

  • Post By Admin on Apr 30 2025
महिला संवाद कार्यक्रम से ग्रामीण महिलाओं का सामूहिक सशक्तिकरण, बढ़ी भागीदारी

लखीसराय : राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे "महिला संवाद" कार्यक्रम के तहत लखीसराय जिले के विभिन्न गांवों में ग्रामीण महिलाओं का हुजूम देखा जा रहा है। ये महिलाएं राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं की सफलता के लिए संवाद स्थापित करने और नए कार्यों एवं नीतियों के क्रियान्वयन के लिए एकत्रित हो रही हैं। 

यह कार्यक्रम 18 अप्रैल से शुरू हुआ और अब ग्रामीण महिलाओं के सामूहिक सशक्तिकरण के रूप में एक महत्वपूर्ण पहल बन गया है। महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएं न केवल अपनी समस्याओं और चुनौतियों को सामने रख रही हैं, बल्कि वे विकास योजनाओं के बारे में सुझाव भी दे रही हैं, जिससे एक सामूहिक सामाजिक बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।

इस कार्यक्रम का संचालन जीविका से संबंधित महिला ग्राम संगठनों द्वारा किया जा रहा है, जिसमें महिलाएं दो पालियों में कार्यक्रम स्थल पर एकत्र हो रही हैं। इसके माध्यम से महिलाओं को योजना बनाने, अपनी आकांक्षाएं व्यक्त करने और अब तक हुए विकास कार्यों पर चर्चा करने का अवसर मिल रहा है। 

इस कार्यक्रम में तकनीकी उपकरणों का भी उपयोग किया गया है, जिसमें एलईडी स्क्रीन से लैस मोबाइल वाहनों के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। यह सुनिश्चित किया गया है कि महिलाएं इन योजनाओं को आसानी से समझ सकें और आत्मविश्वास के साथ अपनी समस्याएं और सुझाव प्रस्तुत कर सकें।

महिला संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत, ग्रामीण महिलाओं ने कई मुद्दों को उठाया है। वृद्धाओं ने वृद्धा पेंशन में वृद्धि की मांग की है, छात्राओं ने उच्च शिक्षा सुविधाओं की आवश्यकता को उजागर किया है, जबकि गृहिणियों ने स्थानीय स्तर पर रोजगार अवसरों की मांग की है। इसके अलावा, महिलाओं ने बालिकाओं के लिए सुरक्षित खेल मैदानों की व्यवस्था, हर घर में नल जल, और नालियों की सफाई जैसी सुविधाओं के लिए सुझाव भी दिए हैं। 

हलसी प्रखंड के शिरखंदी गांव की सुमित्रा देवी ने पानी की कमी को लेकर अपनी चिंता जताई, जबकि कैरैंसी गांव की नीलम देवी ने जर्जर स्कूल की मरम्मत की आवश्यकता को उठाया। 

बुधवार को विभिन्न ग्राम संगठनों द्वारा आयोजित महिला संवाद कार्यक्रमों में महिला सहभागिता बढ़ी, और इसने साबित कर दिया कि जब महिलाएं एकजुट होकर अपनी आवाज उठाती हैं, तो नीति निर्माण प्रक्रिया और अधिक समावेशी और प्रभावी बनती है। 

"महिला संवाद" कार्यक्रम महिलाओं को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं और उपलब्ध संसाधनों के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है, जो ग्रामीण समाज में बदलाव की दिशा में एक नया कदम है।