शिक्षा सुधार के दावे फेल, विद्यालय में बारातियों की मेजबानी

  • Post By Admin on Dec 11 2024
शिक्षा सुधार के दावे फेल, विद्यालय में बारातियों की मेजबानी

लखीसराय : बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार लगातार नए कानून बना रही है और उनके अनुपालन पर जोर दे रही है लेकिन महिला विद्या मंदिर उच्च विद्यालय में बारातियों को ठहराने की घटना ने सरकारी प्रयासों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी निर्देशों के अनुसार, विद्यालय परिसरों का निजी या व्यावसायिक उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद विद्यालय प्रबंधन ने इसे बारातियों के ठहरने के लिए उपलब्ध कराया। यह न केवल सरकारी नियमों की अवहेलना है बल्कि शिक्षा के पवित्र उद्देश्य का भी उपहास है।

यह घटना विद्यालय प्रशासन की लापरवाही और शिक्षा समिति की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करती है जहां निजी लाभ के लिए सरकारी नियमों की खुलेआम अनदेखी की गई। विद्यालय जैसे संस्थान समाज के नैतिक मूल्यों को गढ़ने के लिए होते हैं लेकिन जब ये खुद नियमों की अवहेलना करने लगते हैं तो यह समाज के लिए एक खतरनाक संकेत है।

शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन को इस घटना पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे मामले भविष्य में न हों। यह घटना शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रयासों की विफलता को दर्शाती है और यह सवाल उठाती है कि क्या विद्यालय प्रशासन को जवाबदेह ठहराने के लिए बनाए गए नियम केवल कागजों तक सीमित हैं?