संभल हिंसा में एमपी बर्क पर केस, एमएलए का बेटा भी आरोपी
- Post By Admin on Nov 25 2024
संभल : उत्तर प्रदेश के संभल जिला में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 की मौत हो गई। सोमवार को पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर हिंसा भड़काने की एफआईआर दर्ज किया है।
पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामले में 7 एफआईआर दर्ज किए है। इसमें 6 नामजद समेत 2750 अज्ञात हैं। अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। हिंसा में जिन 4 युवकों की जान गई, पोस्टमॉर्टम के बाद देर रात ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया। सोमवार को पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। मार्केट पूरी तरह बंद है।
एसपी ने बताया कि संभल तहसील में इंटरनेट बैन को एक दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। कल यानी मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा। सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।
इधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर ने कहा, 'पुलिस फायरिंग से कोई मौत नहीं हुई है। हमलावरों की फायरिंग से युवकों की जान गई है।'
सर्वे के दौरान भड़की हिंसा से अचानक तीन हजार की भीड़ जमा हो गई। रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम को देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया।
इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा।
यह हिंसा उस समय भड़की जब एक याचिका के तहत जिला कोर्ट ने जामा मस्जिद का सर्वे करने का आदेश दिया था। याचिका में दावा किया गया था कि मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर था। रविवार को कोर्ट के आदेश पर सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची। जहां स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए पथराव शुरू कर दिया। जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
हिंसा में पुलिसकर्मियों पर भी पथराव हुआ। जिसके कारण 20 से 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिनमें एक सीओ, एक एसडीएम और एक एसएसपी के पीआरओ भी शामिल हैं। पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल किया लेकिन इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई।
संभल पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें 19 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने यह भी दावा किया है कि जांच में कई अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने कहा है कि जो भी इस घटना में शामिल रहेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से स्थिति को संभाला है और मामले की जांच जारी है।