रिश्तों का कत्ल : 12 साल की शादी का खौफनाक अंत, पत्नी ने रची पति की हत्या की साजिश
- Post By Admin on Dec 24 2025
संभल : शादी के सात फेरों के साथ जन्मभर साथ निभाने की कसमें… लेकिन वक्त बीतते ही वही रिश्ता खून से लथपथ साजिश में बदल गया। रूबी—एक पत्नी, जिसने 12 साल पहले पति राहुल के साथ सुख-दुख में साथ रहने का वादा किया था, वही रूबी अंततः उसके जीवन की सबसे बड़ी दुश्मन बन गई। प्रेम, विश्वास और परिवार की बुनियाद पर खड़ी यह शादी एक ऐसी निर्मम हत्या में तब्दील हुई, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि राहुल की हत्या कोई अचानक उठाया गया कदम नहीं था, बल्कि पूरी योजना और तैयारी के साथ अंजाम दिया गया अपराध था। हैरानी की बात यह है कि इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के लिए किसी बड़े संसाधन की नहीं, बल्कि महज कुछ हजार रुपये की खरीदारी ही काफी साबित हुई।
1400 रुपये की खरीदारी, मौत की पूरी योजना
जांच के अनुसार, रूबी ने हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए पहले से इंतजाम कर रखे थे। मोबाइल ट्रांजेक्शन से खुलासा हुआ कि 100 रुपये की काली पन्नी खरीदी गई, ताकि शव को ढका जा सके। इसके अलावा दो बैग लिए गए—एक में धड़ डालकर नाले में फेंका गया, जबकि दूसरे बैग में हाथ, पैर और सिर रखकर गंगा में बहा दिया गया। शव के टुकड़े करने के लिए 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से ग्राइंडर किराये पर लिया गया था।
पुलिस का कहना है कि हत्या के बाद कमरे में मौजूद हीटर और चारपाई पर खून के धब्बे मिले हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि मौत के बाद भी शव के साथ बर्बरता की गई।
किराये की कार से दूर-दूर तक फेंके गए अंग
शव के टुकड़ों को अलग-अलग स्थानों तक पहुंचाने के लिए 1300 रुपये में किराये की कार मंगवाई गई। इस पूरे घटनाक्रम के बाद रूबी और उसका कथित प्रेमी गौरव सामान्य जीवन जीते रहे, ताकि किसी को शक न हो। पड़ोसियों के मुताबिक, दोनों के व्यवहार में किसी तरह की घबराहट नहीं दिखी।
पुलिस पूछताछ में कबूली साजिश
जब पुलिस ने हत्या की योजना को लेकर रूबी से सवाल किए तो उसने बताया कि उस वक्त वह सही-गलत का फर्क नहीं समझ पा रही थी। उसके अनुसार, “दिमाग पर गुस्सा और नफरत हावी थी।” पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रूबी के मोबाइल से कई ऐसे संकेत मिले हैं, जो बताते हैं कि उसका व्यवहार पिछले कुछ समय से असामान्य और संदिग्ध था।
मोबाइल फोन बना हत्या की गुत्थी सुलझाने की कुंजी
राहुल हत्याकांड की परतें तब खुलनी शुरू हुईं, जब पुलिस ने रूबी का मोबाइल फोन कब्जे में लिया। 15 दिसंबर को शव मिलने के बाद जब रूबी को कपड़े दिखाए गए, तो उसने पहचानने से साफ इनकार कर दिया। हालांकि, आसपास के लोगों ने कपड़ों को राहुल का बताया।
मोबाइल गैलरी की जांच में एक ऐसी तस्वीर मिली, जिसमें राहुल ने वही कपड़े पहन रखे थे, जो शव के पास बरामद हुए थे। इसके बाद कॉल डिटेल खंगाली गई तो पता चला कि पिछले तीन महीनों में रूबी की अपने प्रेमी गौरव से 1100 से अधिक बार बातचीत हुई थी। गौरव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद पूरी साजिश सामने आ गई।
एक नहीं, कई पुरुषों के संपर्कबमें थी रूबी
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि रूबी सिर्फ गौरव ही नहीं, बल्कि अभिषेक उर्फ सौरभ नामक युवक से भी लगातार संपर्क में थी। हालांकि, जांच के बाद अभिषेक की भूमिका संदिग्ध नहीं पाई गई और उसे छोड़ दिया गया। इसके अलावा कॉल डिटेल में कई अन्य नंबर भी सामने आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
बच्चों को पैसे देकर बाहर भेजता था प्रेमी
पुलिस के मुताबिक, रूबी और गौरव की जान-पहचान करीब छह महीने पुरानी थी, लेकिन रिश्ते बेहद गहरे हो चुके थे। गौरव जूते का कारोबार करता था और राहुल की गैरमौजूदगी में अक्सर घर आता था। बच्चों को घर से दूर रखने के लिए वह उन्हें पैसे देकर बाहर भेज देता था, ताकि घर में कोई रुकावट न रहे।
फिलहाल पुलिस इस सनसनीखेज हत्याकांड में सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है। यह मामला न सिर्फ एक हत्या की कहानी है, बल्कि रिश्तों में पनपते अवैध संबंध, लालच और क्रूरता की वह तस्वीर है, जो समाज को सोचने पर मजबूर कर देती है।