बीआरएबीयू के कुलपति ने शोध को बढ़ावा देने पर दिया जोर

  • Post By Admin on Jan 11 2025
बीआरएबीयू के कुलपति ने शोध को बढ़ावा देने पर दिया जोर

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में आयोजित पीएचडी वाइवा में सक्रिय रूप से भाग लिया और वाइवा इवेलुएशन कमिटी की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने शोधार्थियों के प्रस्तुतिकरणों का गहन मूल्यांकन किया और उनके शोध विषयों पर गहरे प्रश्न पूछे, ताकि शोधार्थियों के ज्ञान और विषय पर उनकी समझ को परखा जा सके।

कुलपति का संदेश

कुलपति प्रो. राय ने शोध के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले शोध ही विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाता है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होता है। उन्होंने शोधार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शोध का उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज के लिए नए ज्ञान और समाधान उत्पन्न करना होना चाहिए, जो लोगों के जीवन को बेहतर बना सके। उन्होंने पीएचडी शोधार्थी अमरनाथ को उनके उच्च गुणवत्ता वाले शोध पत्र प्रकाशित करने और भविष्य में भी इसी दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।

शोध का महत्व और निरंतरता

प्रो. राय ने इस अवसर पर यह भी कहा कि पीएचडी डिग्री केवल एक पड़ाव है, शोधार्थियों को इस क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहना चाहिए। उन्होंने शोधार्थियों को यह समझाया कि शोध कार्य सिर्फ अकादमिक यात्रा का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक समर्पण है, जो लंबे समय तक लाभकारी साबित हो सकता है।

प्रो. राजकिशोर प्रसाद का योगदान

पीएचडी गाइड और पटना बीएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजकिशोर प्रसाद ने भी शोधार्थियों को पीएचडी के बाद भी शोध कार्य जारी रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शोध का यह सफर जीवनभर चलता है और इससे न केवल व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि समाज की भलाई भी होती है।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि

इस कार्यक्रम में बीएचयू से आए बाह्य परीक्षक प्रो. मनोज कुमार सिंह, पीजी इलेक्ट्रॉनिक्स विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार, डॉ. अमर बहादुर शुक्ल, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. कौशल झा, डॉ. अर्चना शर्मा, डॉ. सोनी सिंह, डॉ. इम्तियाज अनवर, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, डॉ. मदन मनोहर प्रसाद समेत अन्य प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित थे।