बिहार में विकास को नई आयाम देगी बीएमजीएफ
- Post By Admin on Nov 19 2024

मुजफ्फरपुर : बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जीविका के तहत जिले में विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) और माइक्रोसेव की टीम ने हाल ही में भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने मड़वन प्रखंड के फंदा गांव में महिला मछली उत्पादक समूह द्वारा संचालित मछली पालन के कार्यों का अवलोकन किया।
बीएमजीएफ टीम ने मछली पालन की पूरी प्रक्रिया, लागत, लाभ और इस उद्योग के तकनीकी पहलुओं पर गहन चर्चा की। महिलाओं द्वारा संचालित यह समूह यह प्रदर्शित कर रहा है कि जीविका परियोजना के तहत छोटे उद्यमों को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है और उनका वित्तीय कारोबार किस प्रकार विकास कर रहा है। टीम ने यह भी जाना कि मछली पालन से महिलाओं को कितना लाभ हो रहा है और इस क्षेत्र में किस प्रकार के सुधार किए जा सकते हैं।
इसके बाद बीएमजीएफ टीम ने समर्पण जीविका महिला उत्पादक कंपनी का भी दौरा किया। जहाँ बीज प्रसंस्करण और उत्पादक समूहों के कार्यों पर विस्तृत जानकारी ली गई। इस कंपनी के सीईओ राजकुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कंपनी के वित्तीय कारोबार और उत्पादक समूहों की कार्यप्रणाली के बारे में बताया। टीम ने यह भी जाना कि पिछले कुछ सालों में कंपनी का कारोबार किस दिशा में बढ़ा है और किस प्रकार यह समूह महिला सशक्तिकरण और स्थानीय आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है।
मछली पालन को बिहार में बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा:
बीएमजीएफ और माइक्रोसेव की टीम ने इस दौरान मछली पालन को बिहार में कैसे और बढ़ाया जा सकता है। इस पर भी विचार विमर्श किया। खासतौर पर पिछले दो वर्षों से मछली पालन करने वाली दीदीयों की सफलता के उदाहरण और उनके कार्यों की सराहना की गई। इस अवसर पर लाइव स्टॉक के राज्य परियोजना प्रबंधक राकेश कुमार, रितेश कुमार, सद्दाम हुसैन, आदित्य कुमार, सुषमा कुमारी, कुणाल कुमार और राजकुमार सहित कई अन्य जीविका कर्मी और दीदियाँ उपस्थित थीं।
बीएमजीएफ की टीम के इस दौरे से बिहार में महिला उद्यमिता और कृषि संबंधित परियोजनाओं को नई दिशा मिल सकती है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।