प्रखंड उपप्रमुख की कुर्सी गिरी, पंचायत समिति के सदस्यों ने लगाया अविश्वास प्रस्ताव
- Post By Admin on Sep 26 2024

लखीसराय : प्रखंड के उपप्रमुख वीरेंद्र महतो को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है। पंचायत समिति के सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से उनके खिलाफ आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटा दिया। मंगलवार, 24 सितंबर को प्रखंड प्रमुख रंजू देवी को पुनः प्रखंड प्रमुख पद पर विराजमान किया गया। इसके बाद कुल 14 में से 9 उपस्थित पंचायत समिति सदस्यों ने मिलकर उपप्रमुख वीरेंद्र महतो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया।
समिति के सदस्यों ने उपप्रमुख पर अपने कर्तव्यों के निर्वहन में उदासीनता बरतने, पंचायत समिति के सदस्यों के प्रति व्यवहार कुशल न रहने, और विकास निधि का असामानुपातिक वितरण न करने जैसे आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रखंड उपप्रमुख द्वारा पंचायत समिति की बैठकों में भेदभावपूर्ण और भ्रामक व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।
अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्यों में संग्रामपुर पंचायत के निरंजन पासवान, कुंदर की नीभा कुमारी, इटाउन की बेबी देवी, महेशलेटा की बुलबुल कुमारी, खुटुकपार की बिंदी कुमारी, कुंदर 2 की उर्वशी देवी, मालिया की यशोदा देवी, लाखोचक के धर्मेंद्र कुमार, और भलुई पंचायत के शिवनंदन बिंद शामिल थे।
2021 के पंचायत चुनाव में 28 दिसंबर को 14 समिति सदस्यों में से 11 सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख रंजू देवी और उपप्रमुख वीरेंद्र महतो का निर्विरोध चयन किया था। लेकिन, 14 सितंबर को 6 समिति सदस्यों द्वारा प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनकी कुर्सी गिरा दी गई थी। हालांकि, रंजू देवी ने अपनी कुर्सी पुनः बचा ली, लेकिन इस बार उपप्रमुख को अपने पद से हाथ धोना पड़ा।
चुनाव के दिन, उपप्रमुख वीरेंद्र महतो प्रखंड में दिनभर उपस्थित रहे, लेकिन चुनाव हॉल में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई, जिससे आपसी तालमेल बिगड़ गया और उनकी कुर्सी चली गई।