अगलगी से बचाव को लेकर बिहार अग्निशमन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
- Post By Admin on Apr 03 2024

मुजफ्फरपुर : गर्मी के मौसम में अक्सर अगलगी की घटनाएं होती हैं। इसका मुख्य कारण है गर्मी में ज्वलनशील पदार्थ बहुत तेजी से आग पकड़ता है और तेज हवा की वजह से यह आग तेजी से फैल जाती है। ऐसे में कुछ सावधानी बरतने से ऐसे घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। इसी क्रम में अग्निशमन विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एडवाइजरी जारी की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अग्नि सुरक्षा से संबंधित कुछ ध्यान देने योग्य बातें -
रसोई घर को यथासंभव अग्निरोधक बनाने के लिए उसे चारों तरफ गीली मिट्टी का लेप लगा दें। फूस के घरों में भी मिट्टी का लेप लगाएं । देहाती क्षेत्रों में खास कर फूस एवं खपरैल मकानों के निवासी खाना सुबह 8 बजे से पहले और शाम 5 से 6 बजे के बीच (सूर्यास्त से पूर्व) बना लें । दीप, लालटेन, ढ़िबरी आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें । रसाई में कोई भी ज्वलनशील पदार्थ न रखें, जैसे मिट्टी तेल, सिंथेटिक कपड़े इत्यादि । ढ़ीले और सिंथेटिक कपड़े न पहने और बालों को खुला न रखें। रसोई घर से बच्चों को दूर रखें ।
तेज हवा में खुली जगह पर खाना न पकाए। यदि संभव हो तो चूल्हे को चारो तरफ से घेर कर रखें । किसी भी जलते पदार्थ को बुझा कर ही सोएं । घर में हमेशा अग्निशामक पदार्थ जैसे कि पानी, बालू, सुखी मिट्टी / धूल इत्यादि जमा कर रखें । हरे पेड़ जैसे केला में अग्नि ताप को कम करने की क्षमता होती है। अतः इसे अपने घर के चारों ओर लगाएं । सभी लोगों को प्राथमिक उपचार की जानकारी होनी चाहिए । सभी लोग आपातकालीन सेवा का फोन नंबर 101 अपने पास अवश्य रखें । जलती हुई बीड़ी सिगरेट और माचिस की काठी को बुझा कर फेंके । आग बुझाने के लिए पानी, बालू और सूखी मिट्टी / धूल का प्रयोग करें।
क्या करें :
• एक बड़े से ड्रम (200 ली०) में पानी हमेशा भरकर रखें ।
• कुछ छोटी बाल्टी में रेत या बालू भी रखें ।
• एक दो जूट की पुरानी बोरी को पानी में भींगो कर रखें।
• रोशनी के लिए बैट्री वाले संयंत्र जैसे टार्च, इमरजेन्सी लाईट आदि का ही
प्रयोग करें ।
• कई बार खलिहान में पूजा भी की जाती है। पूजा में उपयोग वाले अगरबत्ती,
धूप आदि पर तब तक नजर रखें जब तक वह पूरी तरह बुझ नहीं जाता ।
• यदि आसपास कोई तालाब या अन्य जलस्रोत हो तो वहाँ से खलिहान तक पाईप (सिंचाई मे उपयोग) आने वाले पाईप और पम्पसेट तैयार रखें ।
• आग लगने पर 101 डायल करें
क्या न करें :
• थ्रेसर चलाने में उपयोग आने वाले डीजल इंजन या ट्रैक्टर के धुआँ वाले पाईप से हवा की दिशा में अनाज का बोझा नहीं रखें ।
• बिजली के तार के किसी भी जोड़ को ढ़ीला या खुला न छोड़ें।• बिजली के जोड़ को कभी भी प्लास्टिक से नहीं बांधे ।
• बिजली के कनेक्शन के लिए कम या खराब गुणवत्ता वाले तार का प्रयोग न करें।
• खलिहान के आस पास बीड़ी, सिगरेट न पिएं न किसी को पीने दें।