स्काउटिंग प्रशिक्षण शिविर में औचक निरीक्षण करने पहुंची बीईओ

  • Post By Admin on Jul 10 2024
स्काउटिंग प्रशिक्षण शिविर में औचक निरीक्षण करने पहुंची बीईओ

सूर्यगढा़ : नगर स्थित प्लस टू पब्लिक हाई स्कूल में बिहार राज्य भारत स्काउट-गाइड के प्रवेश, प्रथम व द्वितीय सोपान का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सह परीक्षण शिविर का दूसरे दिन बुधवार को विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हुआ।

इस बीच शिविर प्रधान के कुशल निर्देशन पर सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे स्काउट अनुराग आनंद के द्वारा सभी स्काउट छात्र को हृदय एवं सांस पुनजीर्वित करने की प्रक्रिया सीपीआर के माध्यम से बताया गया कि वयस्कों को 30 बार छाती दबाने और उसके बाद 2 बार सांस लेने की आवश्यकता होती है। इस सीपीआर चक्र को तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि मदद न आ जाए या व्यक्ति सांस लेना शुरू न कर दें। सीपीआर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा छाती को दबाना है। मदद के लिए पुकारने के बाद यथाशीघ्र छाती को दबाना शुरू कर देना चाहिए। जब भी हम किसी को सीपीआर देते हैं तो एक हाथ की दो उंगलियां छाती के बीचों बीच रेखा के ठीक नीचे, छाती के बीच में रखें। छाती को धीरे से लगभग 1.5 इंच (लगभग 4 सेंटीमीटर) तक दबाएं। जब आप काफी तेज लय में धक्का दें तो जोर से गिनें। आपको एक मिनट में 100 से 120 बार दबाव डालना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे आप वयस्कों को सीपीआर देते समय कर सकते हैं।

इस क्रार्यक्रम के बीच में औचक निरीक्षण करने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रणिता कुमारी पहुंची। स्काउटिंग कैंप देखकर वे काफी खुश हुईं और सराहना भी किया। उन्होंने छात्र छात्राओं को बताया कि उन्होंने भी स्काउटिंग का प्रशिक्षण लिया है। आप सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लिजिए।

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका निशा कुमारी ने बताया कि स्काउटिंग से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि दिमाग भी तेज होता है। स्काउटिंग समाजिक, मानसिक, शारीरिक और अध्यात्मिक विकास भी करता है। बच्चों में उत्साह और उमंग संचार करने के लिए स्काउट गाइड प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण सह परीक्षण शिविर व अनुराग आनंद के कुशल नेतृत्व में बच्चों को दी जा रही ट्रेनिंग से वे बहुत ही प्रसन्न हैं।

मौके पर विद्यालय की शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के द्वारा भी भरपूर सहयोग किया जा रहा है। इस दौरान रविशंकर कुमार, अमृत कुमार, राजीव कुमार, पीयूष कुमार, मौसमी कुमारी, शशिभूषण कुमार, विलसन कुमार, विद्यालक्ष्मी कुमारी इत्यादि लोग उपस्थित थे।