आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र से गीत, नृत्य, संगीत को मिलेगा नया आयाम
- Post By Admin on Jun 25 2024

लखीसराय : खेलकूद के साथ-साथ गीत, नृत्य, संगीत से बच्चों का बौद्धिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास होता है। जिसे स्वीकार करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार भी लगातार नई-नई योजना इससे संबंधित लेकर आती रही है। ताजा मामले में राज्य भर के सभी जिला मुख्यालयों में आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खोलकर एक ही जगह नृत्य एवं संगीत का प्रशिक्षण देने की योजना शामिल है।
आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र से नृत्य एवं संगीत के क्षेत्र में लखीसराय जिला को भी एक नया आयाम मिलेगा। इस योजना में इस प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से नवोदित कलाकारों को योग्य शिक्षकों द्वारा एक ही जगह प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। स्थानीय नवोदित कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए जिले में आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र शीघ्र खुलेंगे। बिहार की गौरवशाली कला और संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन व विकास के लिए लखीसराय में भी आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा। आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से जिले के नवोदित व युवा कलाकारों को योग्य शिक्षकों द्वारा शास्त्रीय नृत्य, संगीत, वाद्य यंत्र व अन्य संबंधित विषयों का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि भविष्य में भी सही सांस्कृतिक परंपरा में दक्ष कलाकार राज्य को मिलते रहें।
बिहार सरकार का कला, संस्कृति एवं युवा विभाग यह प्रशिक्षण केंद्र राज्य के सभी 38 जिलों में खोलने जा रहा है। साथ ही जिला स्तर पर कला एवं संस्कृति विभाग का पदाधिकारी भी इसी उद्देश्य की पूर्ति को लेकर बहाल भी किया गया है। फिलहाल जिले में योगदान देने वाले जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन जिला खेल पदाधिकारी के प्रभार में भी हैं। वर्तमान में जिले में विभिन्न कला के कई जानकार अपनी अपनी संस्था चला रहे हैं। कोई गायन, कोई वादन, तो कोई नृत्य की शिक्षा दे रहे हैं। नृत्य की शिक्षा देने वाले भी अलग-अलग निजी स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र चला रहे हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर इसके लिए कोई ट्रेनिंग सेंटर उपलब्ध नहीं है। आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खुलने से नवोदित कलाकारों को एक ही जगह गीत, संगीत, नृत्य आदि का प्रशिक्षण मिल सकेगा।
जिले में आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए 3000 वर्गफीट के मकान की आवश्यकता दर्शायी गई है जबकि लखीसराय में नया खेल भवन में इसे फिलहाल शिफ्ट किया जा सकता है। प्रत्येक प्रशिक्षण केंद्र के लिए चार शिक्षकों का नियोजन आउटसोर्सिंग के माध्यम से किया जाएगा। योजना का प्रारंभ वित्तीय वर्ष 2024-25 से किया जाएगा और वित्तीय वर्ष 2025-26 व 2026-27 तक कार्यान्वयन कराया जाएगा। समीक्षा के बाद इस योजना को आगे के वित्तीय वर्षों के लिए विस्तारित किया जाएगा। केंद्र खोलने के प्रस्ताव पर सात मार्च 2024 को हुई राज्यस्तरीय बैठक में लोक वित्त समिति द्वारा स्वीकृति के लिए अनुशंसा कर दी गई है।
जिला कला व संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन ने बताया कि आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खोलने की विभागीय सूचना है। जिला स्तर पर आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।