शनिचरी अमावस्या : भगवान शनिदेव के पूर्ण अभिषेक के बाद खुले गर्भगृह के द्वार

  • Post By Admin on Jan 21 2023
शनिचरी अमावस्या : भगवान शनिदेव के पूर्ण अभिषेक के बाद खुले गर्भगृह के द्वार

मुरैना : भगवान शनिदेव के पूर्ण अभिषेक करने के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन आरंभ हो गए। मुरैना सासंद एवं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अनुपस्थिति में उनके जेष्ठ पुत्र देवेन्द्र प्रताप सिंह तोमर के साथ कलेक्टर अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी, चंबल संभाग के पूर्व आयुक्त एवं पूर्व मुरैना कलेक्टर एमके अग्रवाल, एडीएम नरोत्तम भार्गव, एएसपी डा. रायसिंह नरवरिया, आयुक्त नगर निगम संजीव सक्सैना, एसडीएम एलके पाण्डेय सहित प्रशासन पुलिस के अधिकारी, पत्रकारगण व श्रद्धालु शामिल हुए।

कड़ाके की ठंड होने के बाद भी कई राज्यों के श्रद्धालु एक दिन पहले ही ऐंती पर्वत स्थित त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर भगवान के दर्शन के लिए पहुंच गए। सर्दी के कारण रात में श्रद्धालुओं की संख्या कुछ कम थी, लेकिन सुबह होते ही श्रद्धालुओं की संख्या तेज गति से बढऩे लगी। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिये प्रशासन व पुलिस ने व्यापक प्रबंध किये है। उत्तर प्रदेश के इटावा से सपरिवार आए गुड्डू ने बताया कि शनिचरी अमावस्या के अवसर पर भगवान शनिदेव के सबसे पहले सरलता के साथ दर्शन हो जाए इसके लिए वह 1 दिन पहले ही शनिधाम ऐंती पर्वत पर आ गए हैं। शनिचरी अमावस्या को भगवान शनि देव के दर्शन का बड़ा पुण्य धर्म लाभ माना जाता है। आज शनिचरी अमावस्या है। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा भगवान शनि देव के मंदिर पर विशाल मेला आयोजित किया जा रहा है। जिसमें आज देर रात तक लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन लाभ लेने की संभावना है ।

मुरैना जिले के ऐंती पर्वत पर त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। मुरैना के ऐंती पर्वत पर स्थित भगवान शनि देव की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा राजा विक्रमादित्य द्वारा कराई गई थी। इस मंदिर को त्रेता युगीन माना जाता है। इसका भारतीय शास्त्रों वेद पुराणों में भी उल्लेख है। शनिधाम ऐंती पर्वत पर भगवान शनिदेव के दर्शन के लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित अनेक राज्यों के श्रद्धालु बीती रात से ही आना शुरू हो गए आज सुबह से श्रद्धालुओं की संख्या मंदिर परिसर में बढऩे लगी। भगवान शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए श्रद्धालु अपने बाल, पुराने वस्त्र, पुराने जूते-चप्पल दान करते हैं । इसकी प्रथक से व्यवस्थाएं की गई है। मंदिर आने वाले प्रत्येक मार्ग पर तीन से चार स्थानों पर बनाई गई जांच चौकी, पार्किंग तथा स्नानागार का लाभ श्रृद्धालु ले रहे हैं। बीती रात दूरस्थ अंचल से आने वाले श्रद्धालुओं के आराम करने तथा सर्दी से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था भी की गई थी। जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया के श्रद्धालुओं को भगवान शनिदेव के सहज सुलभ दर्शन हेतु व्यापक प्रबंध किए हैं। अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिये पृथक से दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है, जिससे आम श्रद्धालु को भगवान के दर्शन में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो सके। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर रायसिंह नरवरिया ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 5 सैकड़ा पुलिस बल तैनात किया गया है। ड्रॉन कैमरे तथा जांच चौकियों के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियोंं की तलाश निरंतर की जा रही है। आम श्रद्धालु को सरलता के साथ दर्शन कराने में पुलिस पूर्ण व्यवस्था कर रही है। मंदिर परिसर में सीसीटीव्ही से निगरानी की जा रही है।

दूर-दराज से कनक दण्डवत कर मंदिर आ रहे हैं श्रद्धालु

भगवान शनिदेव के प्रकोप को कम करने एवं शांति व समृद्धि की मनोकामना के साथ भक्तगण हर तरह के प्रयास कर रहा है। श्रद्धालु भगवान पर तेल अर्पित कर काली वस्तुओं का दान भी कर रहा है। इसके साथ ही अनेक भक्त दूर-दराज से कनक दण्डवत करते हुये मंदिर परिसर की परिक्रमा कर रहे हैं। यह श्रद्धालु भगवान से शांति व समृद्धि की कामना कर रहे हैं। शनिश्चरी अमावस्या की पूर्व रात्रि पर भगवान शनिदेव का पूर्ण अभिषेक कर साज-सज्जा की गई। मंदिर के गर्भगृह में प्रशासन, पुलिस तथा राजनैतिक सामाजिक व गणमान्य नागरिकों द्वारा जल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, स्नान कराने के साथ ही सरसों तेल से अभिषेक किया गया। भगवान शनिदेव को चंदन व सुगंध अर्पित कर नये वस्त्र आभूषण पहनाये गये। भगवान को प्रसाद अर्पित करने के बाद गर्भगृह के द्वार दर्शनों के लिये खोल दिये गये। इस अवसर पर गर्भगृह सहित मंदिर परिसर की आकर्षक सजावट की गई।