सर्व समाज समरसता समिति द्वारा भारतीय नववर्ष का स्वागत भव्य एवं यादगार रूप से किया गया

  • Post By Admin on Apr 11 2024
सर्व समाज समरसता समिति द्वारा भारतीय नववर्ष का स्वागत भव्य एवं यादगार रूप से किया गया

दल्लीराजहरा : सर्व समाज समरसता समिति की ओर से हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2081 का स्वागत के लिए बहुत बेहतर ढंग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत प्रथम दिवस 8 अप्रैल को नव वर्ष के पूर्व संध्या पर दल्ली राजहरा और समीप नगर पंचायत चिखलाकसा के 100 स्थानो पर संध्या 7:00 बजे एक साथ भारत माता की सामूहिक आरती एवं दीपोत्सव का आयोजन किया गया तथा दूसरे दिन 9 अप्रैल को नव वर्ष के प्रथम दिवस के दिन दोपहर 3:00 बजे गणेश मंदिर एवं शीतला माता मंदिर पुराना बाजार से एक साथ सांस्कृतिक झांकी निकाली गई जिसमें बाहर से आये कलाकारों के द्वारा भगवान श्री राम, लक्ष्मण, महाबली हनुमान, परशुराम, मां काली ,देवो के देव महादेव एवं राधा कृष्ण का रूप लेकर झांकियां के साथ प्रदर्शन किया गया। साथ ही मां काली के रूप में आकर्षक नृत्य किया गया। महाबली हनुमान के द्वारा विभिन्न करतब दिखाया गया तथा राधा कृष्ण के रूप में बहुत ही शानदार और मनमोहक नृत्य के आकर्षण का केंद्र रहा जहां मां काली के नृत्य में शंकर भगवान का रास्ते मे लेट जाने पर मां काली का शंकर भगवान के ऊपर पैर रखने से मां काली का क्रोध शांत होना तथा महाबली हनुमान का अग्नि वर्षा, राधा कृष्ण का प्रेम में नृत्य करना पूरा दल्ली राजहरा का मन मोह लिया लगभग 1 किलोमीटर की रैली और हजारों दर्शकों की भीड़ डीजे के आकर्षण लाइट और म्यूजिक देखते ही बनता था रैली के रूप में दोपहर 3:00 बजे गणेश मंदिर, महुआ झाड़ पुराना बाजार से जीवंत झांकी के साथ विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा करीब 8 बजे श्रीं राम मंदिर पहुंची। जहां श्री राम मंदिर में 1001 दीपो के साथ भारत माता की आरती की गई तथा डीमेक परिवार के द्वारा गंगा आरती के तर्ज पर भी भारत माता की आरती की गई बंगाली समाज के बहनों के द्वारा सिंदूर खेला गया और धनुची नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। मानव सेवा में बेहतरीन काम करने के लिए दल्ली राजहरा के हमर सुघ्घर पंडर दल्ली सेवा समिति, सेवा सरिता, गौ सेवा समिति तथा डीबी ब्लड ग्रुप को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि तथा प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित पंडित संदीप अखिल प्रसिद्ध पत्रकार आध्यात्मिक चिंतक एवं प्रखर वक्ता रायपुर के द्वारा भारतीय नव वर्ष समारोह में अपने विचार प्रकट किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में टीवी में आने वाले विभिन्न प्रकार की धारावाहिक और मोबाइल के युट्यूब, फेसबुक जैसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कारण लोग उनके लाभ और जीवन उपयोगी गुण को न देखकर अवगुण के चक्कर में अपना समय तथा भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। बच्चे अपनी संस्कृति को भूल रहे है बच्चे, बड़ों को प्रणाम करना भूल गए हैं। जब किसी परिवार में दादा-दादी घर में आते हैं तब बच्चे कहते हैं कि हमारे यहां मेहमान आए हैं। हम बच्चे को क्या सिखा रहे हैं। हमारा परिवार अपने सनातन धर्म से विमुख हो रहा है, आज देखते हैं विदेशी  लोग हमारे संस्कृति को अपनाकर भारत की ओर अग्रसर  हो रहे हैं ।वृंदावन में विदेशी महिलाएं कृष्ण भक्ति में लीन होकर नृत्य करती हैं और हम विदेशी संस्कृति में लिप्त होकर अपनी मान मर्यादा, सम्मान सब खोते जा रहे हैं। आप इंडोनेशिया में जाकर देखें आज भी वहां  भगवान राम की लीला बड़े श्रद्धा के साथ देखे जाते हैं । मालदीप में भी हमारे हिंदू धर्म के पूजा करते हैं जबकि इंडोनेशिया मुस्लिम बाहुल्य देश हैं।
आप विदेशों में कभी नहीं सुने होंगे कि पक्षियों पशुओं पत्थरों और पेड़ों की पूजा होती है। हमारे देश में  नदियों तक को नाम और सम्मान मिला है। आप सबके नजर में अच्छा नहीं हो सकते आपको अपने धर्म के प्रति ईमानदार होना आवश्यक है। गजनी ने कितनी बार सोमनाथ को लूटा आज गजनी के मकबरे को देखने वाला कोई नहीं है। लेकिन आज सोमनाथ को देखो भव्यता से आज भी खड़ा हुआ है सनातन धर्म कभी विलुप्त नहीं हो सकता, भले उनको मिटाने वाले उनको लूटने वाले कितनो मिट गए । मानवता के लिए हम सब प्रसाद बन जाएं, मंदिर में किसी ने कुछ चढ़ाया किसी ने केला चढ़ाया, किसी ने अंगूर चढ़ाया किसी ने सेब चढ़ाया लेकिन अंत में जब पुजारी के द्वारा सबको मिलाकर दिया जाता है तब हम उसे प्रसाद कहते हैं हम सब एक साथ मिलकर अपने देश अपने राष्ट्र के लिए प्रसाद की तरह एक होकर राष्ट्र को सम्मान में खड़े हो जाएं। परिवार की बात करते हैं तो हमारे देश में बड़े बुजुर्ग घर से निकाले जा रहे हैं, बड़े बुजुर्गों का सम्मान होना बंद हो गया है शहरों में दिनों दिन वृद्ध आश्रम खुल रहे हैं, आप अपने बड़ों का सम्मान करें, उनके साथ समय बिताए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की नगरी दल्लीराजहरा एक ऐसा नगर है जहां हर व्यक्ति हर धर्म का सम्मान करता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्व समाज समरसता समिति के सदस्यों, पुलिस प्रशासन, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं सदस्यों , विश्व हिंदू परिषद एवं अन्य हिंदू धर्मावलंबियों का सहयोग रहा